बिलासपुर। बटर-ट्री। होते हैं छाल, पत्तियों, फूल, फल और बीज में छह मेडिशनल प्रॉपर्टीज। जिनकी मदद से आम हो चली हाई ब्लड प्रेशर, शुगर और मिर्गी की बीमारी को दूर किया जा सकेगा। बटर-ट्री कहें या मधुका इंडिका। पहचाना जाता है, महुआ के नाम से। अनुसंधान में कई ऐसे औषधीय तत्वों के होने की जानकारी मिली है, जिनकी मदद से कई बीमारियों को ना केवल नियंत्रण में रखा जा सकेगा बल्कि खत्म भी किया जा सकेगा। महुआ की छाल में जो गुण मिले हैं, उससे वानिकी वैज्ञानिक भी हैरत में हैं। अब इंतजार है इच्छुक औषधि निर्माण इकाइयों की पहल का।
मिले यह मेडिशनल प्रॉपर्टीज – अनुसंधान में छाल, पत्तियों, फूलों और बीज में आधा दर्जन औषधिय तत्वों का होना पाया गया है। जिन तत्वों की मौजूदगी मिली है, उनमें फॉस्फोरस, कैल्शियम, कार्बोहाइड्रेट, आयरन, फैट और प्रोटीन जैसे तत्व मुख्य हैं।
राहत मिर्गी से – एपिलेप्सी या मिर्गी। यह ऐसी बीमारी है जिसे बेहद घातक माना गया है। इससे बचने के लिए बटर- ट्री की छाल मददगार बनने जा रही है। छाल के रस का सेवन इस बीमारी से छुटकारा दिलाने में सक्षम है।
शुगर दूर रखेगी पत्तियां – रिसर्च में इसकी पत्तियों में जो औषधीय तत्व मिले हैं, उससे शुगर याने मधुमेह को नियंत्रण में रखा जा सकेगा। पत्तियों का अर्क बनाकर सेवन करना होगा। दैनिक आहार या खानपान में शामिल करने पर यह अपेक्षित परिणाम देने में सक्षम है।
फूल और बीज – फूलों को दूध के साथ उबालकर सेवन से कमजोर तंत्रिका तंत्र को मजबूत बनाया जा सकेगा, तो न्यूरोमस्कुलर सिस्टम को नियंत्रण में रखेगा। सेहत के लिए चिंता की बड़ी वजह बन चुकी, हाई ब्लड प्रेशर जैसी बीमारी से भी राहत दिलाएगा। बीजों को भी दूध के साथ उबालना होगा। सेवन से पाइल्स, गठिया जैसी बीमारी को दूर रखा जा सकेगा। साथ ही सिर दर्द को भी दूर रखने में इसे सक्षम पाया गया है।
मूल्यवान वृक्ष – औषधीय रूप से महुआ बहुत ही मूल्यवान वृक्ष है। वृक्ष में मौजूद पोषक तत्व इसे सेहत के लिए फायदेमंद बनाते हैं। यदि आप किसी गंभीर बीमारी से ग्रसित हैं तो सेवन से पूर्व चिकित्सकीय परामर्श आवश्यक है।
डॉ अजीत विलियम्स, साइंटिस्ट, फॉरेस्ट्री, टीसीबी कॉलेज ऑफ एग्री एंड रिसर्च स्टेशन, बिलासपुर
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