आप सब को मेरा प्यार भरा नमस्कार जय हिंद वंदे मातरम आज सबके सामने मैं सच्चाई को आप सबके सामने इस आर्टिकल के माध्यम से प्रस्तुत करना चाहता हूं,,
आज के आधुनिक जीवन में, और तेजी से उन्नति करती हुई अपना भारत देश में , आज भी कई स्थानों में लड़कियों को उनके सपने के प्रति पढ़ाई के प्रति जाने से उन्हें आगे बढ़ाने से क्यों रोकती है परिवार क्या उनको जीने का हक नहीं है या फिर सिर्फ लड़कियां खाना बनाने के लिए या चूल्हा फूकने के लिए बनी है,
इसी को देखते हुए मैं आर्टिकल लिख रहा हूं , मैं मानता हूं आज के आधुनिक जीवन में कई लड़कियां प्रेम प्रसंग करती है लेकिन यह जरूरी नहीं हर कोई करें , आप दूसरों को देखकर अपने परिवार की और ना लें, ऐसा ना हो हमारी गलत सोच ही हमारे अपनों की जिंदगी से खिलवाड़ खेल रहे हो ,
*आपकी एक गलत सोच किसी की जिंदगी बर्बाद कर सकती है*
एक मौका जरूर दें लड़कियों को उत्साहित करें उनके सपने के प्रति उनको आगे बढ़ने के प्रति आपका एक छोटा आश्वासा ही उनके सपनों में उमंग भर सकती है,
मैं बात कर रहा हूं उन परिवार के लिए जो सोचते हैं लड़कियां रोटी बेलने और चूल्हा फूकने के लिए बनी है ,
अगर ऐसा कल्पना चावला कि परिजन ऐसा सोचते कल्पना चावला इतिहास नहीं बना पाते, पहली भारतीय महिला थीं जो NASA में अंतरिक्ष यात्री के तौर पर शामिल हुईं , थीं कल्पना चावला
किरण बेदी IPS officer
बछेंद्री पाल माउंटेन एवरेस्ट पर चढ़ने वाली ,,
आज देश के बड़े बड़े अधिकारी की रूप में हमारी बिटिया, बहने काम कर रहीं हैं , या एसपी हो, या कलेक्टर हो, विधायक हो हर क्षेत्र में लडकी काम कर रहीं हैं
*सच्ची बात*
आज देश के हर क्षेत्र में हमारी बेटी ,बहू ,बहने नौकरी कर रही है या बिजनेस कर रही है हर क्षेत्र में लड़कियां काम कर रही है ,
बस यही कहना चाहूंगा उनको जिंदगी जीने का हक है और आप उनके हक नहीं छीन सकते हैं , उन्हें भी सपने पूरे करने का अधिकार है ,,
मुझे आशा है या आर्टिकल आपको पसंद आई होगी अगर यह बात बुरी लगी होगी तो मैं क्षमा चाहूंगा लेकिन सच्ची बात कड़वा होता है।
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