Google देश के दूरदराज इलाकों में हाई-स्पीड इंटरनेट लाने के लिए ‘प्रोजेक्ट तारा’ के तहत जियो और एयरटेल के साथ बातचीत चल रही है।
नई दिल्ली / Google देश में एयरटेल और जियो के साथ हाई-स्पीड इंटरनेट देने के लिए बातचीत कर रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक लाइट बीम का इस्तेमाल करके टेलिकॉम कनेक्टिविटी और हाई-स्पीड इंटरनेट देने के लिए तीनों कंपनियों के बीच बातचीत चल रही है। गूगल की कंपनी Project X के अनुसार, यह टेक्नॉलजी Project Taara का एक हिस्सा है जिसमें एक बेहद पतले और इनविजिबल बीम के तौर पर हवा के जरिए सुपर हाई स्पीड पर इन्फर्मेशन ट्रांसमि करने के लिए लाइट का इस्तेमाल किया जाता है। यह फाइबर की तरह ही होता है लेकिन इसमें केबल्स का इस्तेमाल नहीं होता। इस टेक्नॉलजी के जरिए बिल्डिंग्स और दूसरी जगह लगाए गए सर्वरों के ट्रांसमीर्टर्स और रिसीवर के बीच रेडियो वेव की जगह लाइट बीम भेजे जाते हैं। इस मामले से जुड़े एक सूत्र ने हमारे सहयोगी ET Telecom को बताया कि अभी ग्राहकों को 1 गीगाबाइट प्रति सेकंड स्पीड मिलती है जो कि नई टेक्नॉलजी के साथ बढ़कर 20 गीगाबाइट्स प्रति सेकंड तक हो सकती है। सूत्र ने आगे बताया, ‘यह एक गेम-चेंजर्स टेक्नॉलजी साबित होगी क्योंकि यह दूरदराज इलाके में लोगों को कनेक्ट कर सकती है और बिना केबल के ही इमारतों में इंटरनेट कनेक्टिविटी मुहैया कराके टावरों पर बर्डन कम करती है।’ रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रोजेक्ट तारा की शुरुआत भारत में आंध्र प्रदेश और अफ्रीका में केन्या में सबसे पहले शुरू की गई है। गूगल के प्रोजेक्ट X के मुताबिक, उनकी टीम टेलिकॉम कंपनियों, इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर्स और दुनियाभर की सरकारों के साथ वायरलेस ऑप्टिमल कम्युनिकेशन टेक्नॉलजी की संभावनाओं पर बात कर रही है। ब्लॉग में कहा गया है, ‘यह सिस्टम उन इलाकों में कारगर है जहां फाइबर केबल के जरिए कनेक्टिविटी पहुंचाना मुश्किल है। इनमें जंगलों, नदियों, रेलवे ट्रैक और हाई रियर ऐस्टेट वाली जमीनों के आसपास की जगहें शामिल हैं।’ वायरलेस ऑप्टिकल कम्युनिकेशन टेक्नॉलजी 20Gbps तक की हाई स्पीड पर डेटा ट्रांसमिट कर सकता है। एक सिग्नल लिंक 20 किलोमीटर तक की दूसरी कवर कर सकता है और यह फाइबर नेटवर्क को बढ़ाने के लिए इस्तेमाल हो सकता है। इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य कम लागत और तेजी से दूरदारज के इलाकों में हाई-स्पीड कनेक्टिविटी पहुंचाना है।
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