Reporting by Sheikh Waliullah
देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी एलआईसी से अगर आपने भी बीमा पॉलिसी ली है तो ये खबर आपके लिए खास है। भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) अपने ग्राहकों के लिए कई इंश्योरेंस पॉलिसी मुहैया कराती है। जिसमें ग्राहक को कई बेनिफिट मिलते हैं। लेकिन कई बार कुछ ऐसी पॉलिसी होती हैं जिन्हें पॉलिसीधारक भूल जाते हैं। अगर आप भी कभी एलआईसी पॉलिसीधारक हैं या थे तो उसका आसानी से घर बैठे पता कर सकते हैं कि आपका भी कोई बकाया तो नहीं। एलआईसी के पास ऐसे करोड़ों रुपये पड़े हुए हैं, जिसे कोई भी क्लेम नहीं कर रहा है। ये पैसे वैसे पॉलिसी के पैसे हैं, जिन पॉलिसी को आगे चलाया नहीं गया और पॉलिसी होल्डर उसे भूल चुके हैं। कई बार लोग नयी पॉलिसी खरीद तो लेने हैं, लेकिन उसे आगे चला नहीं पाते। ऐसे में पॉलिसी होल्डर यही समझते हैं कि अब उनका पैसा वापस नहीं होगा और वह जब्त हो गया। ऐसे में एलआईसी ऐसी सुविधा दे रहा है, जिसमें वैसे पैसे निकाले जा सकेंगे।
एलआईसी के साथ ही सिफ ऐसा नहीं हुआ है। एलआईसी के साथ-साथ देश में कई और भी प्राइवेट सेक्टर की कंपनियां हैं, जिनके खाते में करोड़ों रुपये ऐसे ही पड़े हैं जिसे कोई क्लेम करने वाला नहीं है। एलआईसी के खाते में पड़ा पैसा डेथ क्लेम, सरवाइवल बेनिफिट्स, प्रीमियम रिफंड, इनडेमनिटी क्लेम या मैच्योरिटी क्लेम के रूप में जमा हैं, जिसे लोग जमा करने के बाद भूल चुके हैं। अगर आपने भी कभी एलआईसी से पॉलिसी ली है और आपका पैसा एलआईसी के पास बेकार पड़ा है तो आप उस पैसे को निकाल सकते हैं। हालांकि इन पैसों को वापस पाने के लिए कुछ निश्चित अवधि होती है, इसके बाद इस पैसे को अनक्लेम्ड प्रॉपर्टी या बिना दावे की संपत्ति घोषित कर दी जाती है। आप ऑनलाइन भी यह पता करते सकते हैं कि एलआईसी के पास आपका कितना पैसा जमा है।
ऑनलाइन चेक करें अपनी बकाया राशि– आपको जानकारी दें कि इसके लिए आपको एलआईसी ऑफ इंडिया के आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
यहां अलक्लेम्ड पॉलिसी ड्यूज पर क्लिक कर आप यह जान सकते हैं कि आपका कितना पैसा एलआईसी के खाते में जमा है।
https://licindia.in/Bottom-Links/Unclaimed-Policy-Dues इस लिंक पर क्लिक कर आप सीधे उस पेज पर पहुंच जाते हैं, जहां आपको अनक्लेम्ड पैसे की जानकारी मिल सकती है।
इस पेज पर जाने के बाद आपको अपने पॉलिसी का डिटेल्स भरना होगा और इसके बाद आपको यह जानकारी मिल जायेगी कि एलआईसी में आपका कितना पैसा जमा है।
इसमें पॉलिसी नंबर, जन्मतिथि और पैन कार्ड की जानकारी देनी होगी।
सबसे ऊपर पॉलिसी नंबर, उसके बाद अपना नाम, फिर उसके नीचे अपनी जन्मतिथि दर्ज करनी होगी। उसके बाद आपको अपना पैन नंबर देना होगा और फिर सबमिट करने के बाद आपको अपने पैसे जी जानकारी मिल जायेगी।
इन पैसों को ऑनलाइन भी क्लेम किया जा सकता है। पैसा निकालने के लिए एलआईसी ने भी एक स्पेशल कैंपेन भी चलाया है। यह कैंपेन रिवाइवल के लिए है। इसका मतलब यह हुआ कि अगर आपने पॉलिसी लेकर कुछ दिन चलाया है और फिर इसे नहीं चला पाये हैं तो आप इसे रिवाइव करा सकते हैं। यह कैंपेन 6 मार्च 2021 तक चलेगा। अगर आप पॉलिसी से जुड़ी अधिक जानकारी लेना चाहते है तो इसके लिए आपको ब्रांच जाने की आवश्यक्ता है।
अक्सर इस तरह की इंश्योरेंस पॉलिसी के बारे में नॉमिनी को पता ही नहीं होता है। या फिर पॉलिसी डॉक्यूमेंट नहीं मिलते हैं। इस तरह पॉलिसीधारक की मौत होने पर आश्रित इस रकम पर दावा करने की स्थिति में नहीं होते हैं। ऐसी स्थिति से बचने के लिए नॉमिनी को न केवल पॉलिसी के बारे में पता होना चाहिए, बल्कि उसे यह जानकारी भी होनी चाहिए कि पॉलिसी से जुड़े दस्तावेज कहां रखे हैं। पॉलिसी में नॉमिनेशन को अपडेट कराना भी नहीं भूलना चाहिए।
LIC is returning the forgotten money, the money will come directly into the account
Reporting by Sheikh Waliullah
If you have taken an insurance policy from the country’s largest insurance company LIC, then this news is special for you. Life Insurance Corporation of India (LIC) provides a number of insurance policies for its customers. In which the customer gets many benefits. But sometimes there are some policies which the policy holders forget. If you are or were ever a LIC policy holder, then you can easily find that sitting at home or not. LIC has crores of rupees that no one is claiming. These money are the money of the policy, which was not carried forward and the policy holders have forgotten it. Many times people have to buy a new policy, but they cannot run it further. In such a situation, the policy holders think that their money will not be returned and it is confiscated. In such a situation, LIC is giving such a facility, in which such money can be withdrawn.
This has not happened with LIC only. Along with LIC, there are many more private sector companies in the country, which have crores of rupees in their account, which is not going to be claimed. Money lying in LIC’s account is deposited as Death Claim, Survival Benefits, Premium Refund, Indemnity Claim or Maturity Claim, which people have forgotten after depositing. If you have ever taken a policy from LIC and your money is lying idle with LIC, then you can withdraw that money. Although there is a certain period to get these money back, after this money is declared as unclaimed property or unclaimed property. You can also find out online how much money you have with LIC.
Check your balance online – inform you that for this you have to go to the official website of LIC of India.
You can find out how much of your money is deposited in LIC’s account by clicking on Alleged Policy Dews here.
https://licindia.in/Bottom-Links/Unclaimed-Policy-Dues By clicking on this link, you are taken directly to the page where you can get information about unclaimed money.
After visiting this page, you will have to fill the details of your policy and after that you will get information about how much money you have deposited in LIC.
In this, the policy number, date of birth and PAN card will have to be given.
At the top, the policy number, followed by your name, then below it is the date of birth. After that you will have to provide your PAN number and then after submitting you will get your money.
These funds can also be claimed online. LIC has also run a special campaign to withdraw money. This campaign is for revival. This means that if you have run a policy for a few days and then have not been able to run it, then you can get it revived. This campaign will run till 6 March 2021. If you want to get more information related to the policy, then for this you need to visit the branch.
Often the nominee is not aware of such insurance policy. Or policy documents are not available. In this way, dependents are not in a position to claim this amount after the death of the policyholder. To avoid such a situation, the nominee should not only know about the policy, but also should know where the documents related to the policy are kept. It should not be forgotten to update the nomination in the policy.
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