तरुण कौशिक, कार्यकारी संपादक, डिसेंट रायपुर अखबार
रायपुर / छत्तीसगढ़ के पहली मुख्यमंत्री जेखर अंदाज अलग रहीसे,जेन आई एस,आई पी एस,प्रोफेसर के परीक्षा म सबले आघु रहीस,जेन ह ठेठ छत्तीसगढ़ के गोठ करै,जेखर मुँह म दुकालु,सुकालु,चैतु अउ बैसाखु समाए रहै,अड़बड़ हुशियार, नेता बर नेता ,अफसर बर अफसरी ।जोगी जी खूब हँसी मजाक करै ,उनखर भाषन म जादू के गुन रहीसे,दोहा चौपाई बिना गोठ नई करत रहीसे,जोगी जी गरीबजन ,दलितमन के आदर्श अउ पहिचान ए।अजित प्रमोद जोगी जी म पोट्ठ जीजिविषा रहीसे,मिलनसार, जोगी जी बढ़िया लेखक घलो रहीसे।दुरघटना म ओखर कनिहा टूटगे,नहीं ओखर आघु म कोनो खड़ा होए के हिम्मत नई करतीच,जिंदगी भर जाति के लड़ाई लडे़ हे।मैं तो ओला आधुनिक भारत के एकलव्य कथौ।महाभारत के एकलव्य ह अपन अंगूठा दान दे रहीसे अउ जोगी जी अपन कनिहा ल बलिदान कर दिच।छत्तीसगढ़ ल अपन तीन साल के अगुवाई म नवा दिसा देवईया ,बिलासपुर के बिकास पुरुष के अईसना जाना भारी दुख अउ अखरदानी के बात ए। सरई के लकड़ी सही मजबूत इक्छाशक्ति के धनी जोगी जी जतका विद्वान रहीसे ओतके सरल घलो रहीसे।उंखर जाना ह एक युग के अवसान बरोबर हे।मैं जतका लिखी हव ओतके कम ए।हे परमात्मा जोगी जी ल अपन चरण म स्थान देहा,ए मोर बिनती हे। रेणु जी अमित अउ रिचा जी ल ए दुख ल सहे के शक्ति देहा।विनम्र श्रद्धांजलि।
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