नई दिल्ली. कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने CAA-NRC के मुद्दे पर देश भर में हो रहे विरोद प्रदर्शन को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा है. कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली स्थित जामिला मिलिया इस्लामिया समेत देश के अन्य इलाकों में नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship amendment act 2019) पर हो रही हिंसा के मद्देजनर केंद्र की मोदी सरकार पर हालात ना संभाल पाने का आरोप लगाया है. सोनिया ने कहा कि यह मोदी सरकार हिंसा और विभाजन की वजह है. एक प्रेस विज्ञप्ति के जरिये सोनिया ने कहा कि ‘सरकार में बैठे लोग जब हिंसा करवाएं, संविधान पर आक्रमण करें, देश के युवाओं को बेरहमी से पिटवाएं, कानून की धज्जियां उड़ाएं, तो फिर देश कैसे चलेगा?’
हाल ही में हुए छात्रों के आंदोलन पर सोनिया ने कहा कि – ‘पूरे देश में छात्र आंदोलन की राह पर है. सरकार के अत्याचार, बेतहाशा बेरोजगारी, फीस वृद्धि, अधिकाररों काहनन तथा संविधान को तोड़ने कीभाजपाई साजिश के खिलाफ युवा और छात्र सड़कों पर विरोध कर रहे हैं.’
‘शाह की हिम्मत नहीं कि वह उत्तर पूर्व जा सकें’ नागरिकता कानून पर चल रहे विरोध के पर सोनिया ने कहा कि ‘असम, त्रिपुरा व मेघालय जल रहा है. पुलिस की गोलियों से अकेले असम में चार युवा मारे गए. दिल्ली से पश्चिम बंगाल तक हिंसा और विरोध फैला हुआ है. गृहमंत्री अमित शाह की खुद हिम्मत नहीं कि वह उत्तर पूर्व के प्रांतों का दौर कर सकें. यहां तक कि इससे पहले बांग्लादेश और फिर जापान के पीएम ने हिंदुस्तान का दौरा रद्द कर दिया.’
सोनिया ने आरोप लगाया कि नागरिकता संशोधन कानून व एनआरसी विभाजनकारी नीति है. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार और उसके मंत्री पूरे देश के युवाओं को उग्रवादी, नक्सलवादी, अलगाववादी, देशद्रोही साबित करने में व्यस्त है.’
सोनिया ने कहा कि मोदी जी यह जान लें कि युवा शक्ति-छात्र शक्ति जब जागती है तो देश में एक नया बदलाव आता है. भाजपाई अहंकार व पुलिस की लाठियों से युवाओं को छात्रों पर चलाया गया यह दमनचक्र मोदी सरकार के अंत की शुरुआत होगा.
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