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फ्लोर टेस्ट के जरिए उद्धव सरकार ने अपना बहुमत किया साबित …

महाराष्ट्र विधानसभा में कुल 288 सीटें हैं और बहुमत हासिल करने के लिए 145 विधायकों को समर्थन जरूरी है। महाराष्ट्र की गठबंधन सरकार द्वारा फ्लोर टेस्ट किया जा रहा है। विधानसभा में इसकी कार्रवाई शुरू हो चुकी है। महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के लिए शनिवार का दिन कड़ी परीक्षा का है। विशेष सत्र में दोपहर 2 बजे फ्लोर टेस्ट के जरिए उद्धव अपना बहुमत साबित कर रहे है। शिवसेना ने एनसीपी और कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाई है और उन्हें 145 का आंकड़ा छूने में ज्यादा परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। महाराष्ट्र विधानसभा में कुल 288 सीटे हैं। इसके बाद सोमवार को राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी सदन को संबोधित करेंगे। इस बीच, डिप्टी सीएम पद के लिए एनसीपी और कांग्रेस के बीच तकरार की खबरें आ रही हैं। उद्धव सरकार को शिवसेना के 56 वोट, एनसीपी के 54 वोट, कांग्रेस के 44 विधायकों के वोट मिले। समाजवादी पार्टी के 2 विधायकों, बहुजन विकास अगाड़ी के 3 विधायकों के वोट मिले। स्वाभिमानी शेटकरी संगठन के 1 विधायक का वोट मिला। इस तरह से कुल 169 सदस्यों ने सरकार का समर्थन किया है। एमएनएस के साथ ही सीपीआई(एम) ने भी तटस्थता दिखाई है। समर्थन प्रस्ताव पर एमएनएस के सदस्य ने तटस्थता दिखाई। MNS के सभी विधायक वोटिंग से दूर रहे। वहीं पूर्ण बहुमत के सात उद्धव सरकार फ्लोर टेस्ट में पास हो गई है। 169 सदस्यों ने प्रस्ताव का समर्थन कर दिया है। प्रोटेम स्पीकर के निर्देश के बाद सदन में विश्वास प्रस्ताव के समर्थन में हेड काउंटिंग शुरू हो चुकी है। अशोक चव्हाण द्वारा विश्वास प्रस्ताव रखा गया था। सदन में प्रस्ताव के समर्थन में बहुमत का आंकड़ा 145 पार हो गया है। सदन में हंगामें के बाद बीजेपी ने सदन से वॉक आउट कर दिया है। भाजपा विधायक सदन के बाहर नारेबाजी कर रहे हैं। सदन से बाहर आकर देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि नियम से कार्रवाई नहीं की जा रही है। उन्होंने प्रक्रिया को असंवैधानिक बताया। विधानसभा में कांग्रेस नेता अशोक चव्हान ने विश्वास प्रस्ताव रखा है। वहीं प्रोटेम स्पीकर ने सभी सदस्यों की हेड काउंटिंग करने को कहा है। फडणवीस ने सवाल उठाया कि पुराने प्रोटेम स्पीकर को हटाकर नया प्रोटेम स्पीकर क्यों बनाया गया। उन्होंने कहा मंत्रियों ने गलत तरीके से शपथ ली? फडणवीस के विरोध पर स्पीकर ने सदन को बताया कि सदन की कार्यवाही के लिए राज्यपाल ने मंजूरी दी है इसका मतलब यह है कि आपका पॉइंट रिजेक्ट हो गया है। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी दल भाजपा ने हंगामा शुरू कर दिया है और विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने बहुमत परीक्षण पर सवाल उठाते हुए कहा है कि इस सत्र की शुरुआत नियमों के अनुसार नहीं हुई है। इसे वंदे मातरम के साथ शुरू किया जाना था लेकिन ऐसा नहीं हुआ। यह नियमों का उल्लंघन है।
भाजपा ने भी विधानसभा स्पीकर के लिए अपना उम्मीदवार तय कर लिया है। महाराष्ट्र भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने बताया कि किशन कठोरे पार्टी की तरफ से उम्मीदवार होंगे। इसके पूर्व पाटिल ने शिवसेना,एनसीपी,कांग्रेस की गठबंधन सरकार द्वारा प्रोटेम स्पीकर बदलने को कानूनी तौर पर गलत बताया। भाजपा ने कहा कि शपथ भी नियमों के मुताबिक नहीं ली गई। पाटिल ने कहा कि नई सरकार सभी नियमों का उल्लंघन कर रही है। हम गवर्नर को याचिका देंगे और इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट भी जा सकते हैं। महाराष्ट्र में विधानसभा स्पीकर के लिए कांग्रेस ने अपनी ओर से बतौर उम्मीदवार नाना पाटोले का नाम तय किया है। कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा पाटोले के नाम पर मुहर लगाए गई है। महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष बाला साहेब थोराट ने इसकी जानकारी दी। सुबह 9.30 महा विकास अघाड़ी के नेताओं की विधानभवन में बैठक होगी, जहां फ्लोर टेस्ट के साथ ही विधानसभा स्पीकर के चुनाव पर चर्चा होगी। इस बीच, शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने फ्लोर टेस्ट पर शायराना अंदाज में ट्वीट किया। उन्होंने लिखा – आज -बहुमत दिन..170+++++ हमको मिटा सके ये जमाने में दम नहीं, हमसे जमाना खुद है… जमाने से हम नहीं। इससे पहले उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार दोपहर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री का पदभार संभाला। बाद में प्रेस से बातचीत में उन्होंने मुंबई की आरे कॉलोनी में मेट्रो कारशेड के निर्माण पर रोक लगाने की घोषणा की। इसी शेड के निर्माण के लिए पेड़ काटे जाने का पिछले महीने भारी विरोध हुआ था। फड़नवीस सरकार ने यह योजना बनाई थी। वहीं महाविकास अघाड़ी के न्यूनतम साझा कार्यक्रम में भले ही सेक्युलर मूल्यों पर दृढ़ रहने की बात कही गई है, लेकिन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे इसे लेकर सहज नजर नहीं आते। यही वजह रही कि बीते दिनों जब पहली कैबिनेट बैठक के बाद उनसे पूछा गया कि क्या शिवसेना सेक्युलर हो गई है? तो वह सवाल पूछने वाले पत्रकार पर ही भड़ककर पूछ बैठे कि सेक्युलर का मतलब क्या है? फिर खुद ही जवाब भी दिया, जो संविधान में लिखा है, वही सेक्युलर है।

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