सैन फ्रांसिस्को। सोशल मीडिया कंपनी फेसबुक लंबे समय से यूजर्स की प्राइवेसी के उल्लंघन और डाटा चोरी के कई मामलों का सामना कर चुकी है। कंपनी अब तक इनसे ही नहीं उबरी है और इस बीच इसी तरह का एक और मामला सामने आया है। खुद फेसबुक ने बुधवार को इस तरह के एक नए मामले की जानकारी दी। कंपनी के अनुसार, करीब 100 ऐप डेवलपर ने कई महीनों तक फेसबुक यूजर्स का निजी डाटा इकट्ठा किया। कंपनी ने इनमें से 11 ऐप की पुष्टि की है, जिनके जरिए बीते 60 दिनों में यूजर्स के नाम, प्रोफाइल पिक्चर और ग्रुप में उनके क्रियाकलापों से संबंधित जानकारियां इकट्ठा की गई थीं। इनमें से ज्यादातर वीडियो स्ट्रीमिंग या सोशल मीडिया मैनेजमेंट ऐप थे।
इन्हें सोशल मीडिया साइटों पर ग्रुप चलाने वाले एडमिन की सहूलियत के लिए डिजाइन किया गया था ताकि ग्रुप के सदस्य आसानी से वीडियो आदि शेयर कर पाएं। कंपनी ने यह भी स्पष्ट किया है कि इस मामले में अब तक निजता उल्लंघन या डाटा चोरी का सबूत नहीं मिला है। लेकिन कंपनी की ओर से ऐप डेवलपरों को डाटा डिलीट करने का निर्देश दिया गया है। इसे सुनिश्चित कराने के लिए कंपनी ऑडिट भी करेगी।
फेसबुक के प्लेटफॉर्म पार्टनरशिप विभाग के निदेशक कांस्टेनटिनो पापमिल्डिटस ने कहा, “हम यूजर्स के डाटा की सुरक्षा को लेकर सजग हैं। इस दिशा में सुधार के प्रत्येक प्रयास किए जा रहे हैं।” ब्रिटेन स्थित कंपनी कैंब्रिज एनालिटिका द्वारा 8.7 करोड़ यूजर्स का डाटा चोरी करने के मामले में फेसबुक पहले ही गंभीर आरोपों का सामना कर रहा है। फेडरल ट्रेड कमीशन ने इस मामले में कंपनी पर पांच अरब डॉलर (करीब 35 हजार करोड़ रुपए) का जुर्माना भी लगाया है। यूजर्स के डाटा चोरी का एक और मामला सामने आया है जिसकी जानकारी खुद फेसबुक ने दी है।
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