दीपावली एवं छठ के त्यौहार को देखते हुए रेलवे ने चार स्पेशल ट्रेन चलाई थी। जिसमें से झांसी-पुणे स्पेशल को छोड़ दें तो बाकी को बहुत कम यात्री मिले हैं। जबकि पुणे जाने वाली ट्रेन को जबर्दस्त यात्री मिले हैं। इस ट्रेन से रेलवे को काफी फायदा हुआ है। ट्रेनों में रिजर्वेशन और यात्रियों की संख्या को देखते हुए यह पता चल रहा है कि, इन दिनों किस राज्य की ओर यात्रियों का अधिक दबाव है।
त्योहारी सीजन पर 30 अक्टूबर को झांसी-पुणे के बीच चलाई गई स्पेशल ट्रेन रेलवे के लिए लाभ का सौदा साबित हुई है। इस ट्रेन में रेलवे को सौ फीसदी ट्रैफिक मिला है। इसमें रेलवे को 5, 41, 805 रूपए का राजस्व प्राप्त हुआ है। इस ट्रेन में एसी सेकंड, थर्ड एसी एवं स्लीपर कोच में कुल 460 बर्थ थी, जो पूरी तरह भर गई। इस दौरान रेलवे ने झांसी से जम्मूतवी के बीच 25 अक्टूबर को स्पेशल ट्रेन चलाई थी, जिसको 38 प्रतिशत यात्री मिले हैं। जबकि झांसी-बांद्रा स्पेशल 24 अक्टूबर को चलाई गई, जिसे 22 प्रतिशत और 26 अक्टूबर को ग्वालियर-इलाहबाद के लिए चलाई गई स्पेशल ट्रेन को केवल 29 फीसदी यात्री ही मिले हैं।
कैसे मिले यात्री – झांसी, ग्वालियर, मुरैना, भिंड के अधिकांश छात्र पुणे में पढ़ाई करते हैं। जबकि कई लोग जॉब भी करते हैं। ग्वालियर-पुणे के बीच चलने वाली ट्रेन में बर्थ मिलना वैसे ही मुश्किल रहता है। ऐसे में इस स्पेशल ट्रेन का लोगों ने जमकर उपयोग किया है।
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