राजनांदगांव। विश्व जनसंख्या पखवाड़े के अवसर पर जिले में जागरुकता रथ निकाला गया है, जिसके माध्यम से शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में जनसंख्या स्थिरीकरण हेतु पात्र दंपत्तियों को परिवार नियोजन के साधन अपनाने के लिए प्रेरित किया जाएगा। परिवार नियोजन के साधनों का प्रचार करने हेतु शहरी क्षेत्र के लिए इस रथ को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
विश्व जनसंख्या दिवस हर वर्ष 11 जुलाई को मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य परिवारों को नियोजित करना, मातृ स्वास्थ्य एवं लैंगिक समानता पर बल देना है। जिला मुख्यालय से रवाना किए गए जागरुकता रथ में परिवार नियोजन के लाभ से संबंधित विभिन्न जानकारियों वाले पोस्टर लगाए गए हैं। कई प्रेरक स्लोगन भी लिखे गए हैं। दंपत्तियों को परिवार नियोजन के लाभ की जानकारी देने के लिए यह रथ जिले के गांव-गांव तक पहुंचेगा। रथ के माध्यम से सार्वजनिक स्थानों पर लोगों को बताया जाएगा कि, परिवार नियोजन से माताएं तथा बच्चे अधिक स्वस्थ होंगे, क्योंकि इससे जोखिम पूर्ण गर्भों की रोकथाम हो जाती है। इसी तरह परिवार नियोजन सहवास का अधिक आनंद उठाने में भी सहायता करता है, क्योंकि अवांछित गर्भ का भय नहीं रहता है। कुछ साधनों के अन्य स्वास्थ्य लाभ भी होते हैं। हार्मोन युक्त साधन महिला की माहवारी में अनियमितता व दर्द में सहायक होते हैं और ऐसे में परिवार नियोजन साधनों की जिम्मेवारी को अपने जीवन काल के विभिन्न समयों में दोनों जीवन साथियों द्वारा उठाना चाहिए।
जिले में इस वर्ष 27 जून से शुरू किए गए जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़ा के अंतर्गत 24 जुलाई तक विविध प्रेरक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़ा को दो चरणों में बांटा गया है। प्रथम चरण को मोबलाईजेशन पखवाड़ा का नाम दिया गया है। इस चरण में 10 जुलाई तक लक्ष्य दंपत्ति सर्वे रजिस्टर बनाया जाएगा, जिसे मितानिन के सहयोग से महिला स्वास्थ्य संयोजक अपडेट करेंगे। इस सर्वे में ऐसे दंपतियों को चिन्हित किया जाएगा, जिन्हें परिवार नियोजन कार्यक्रम अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जाए। साथ ही जनता के बीच जागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा। इसी तरह दूसरा चरण जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़ा का होगा, जिसे 11 से 24 जुलाई तक मनाया जाएगा। इस दौरान परिवार नियोजन के साधनों की प्रदर्शनी लगाई जाएगी। जागरुकता रथ को रवाना करने के दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश चौधरी, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. बीएल कुमरे, जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ. अल्पना लुनिया व जिला सलाहकार डॉ. स्नेहा जैन के साथ स्वाथ्य विभाग के अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।
इस संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश चौधरी ने बताया, जिले में 27 जून से जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़ा मनाया जा रहा है, जो कि 24 जुलाई तक चलेगा। इस दौरान सर्वे के माध्यम से चिन्हित दंपत्तियों को परिवार नियोजन के प्रति प्रेरित करने हेतु जागरुकता अभियान चलाया जाएगा। साथ ही स्थाई एवं अस्थाई साधनों की सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। वर्तमान में कोविड-19 महामारी से बचाव के साथ ही लॉकडाउन के दौरान होने वाले अवांछित गर्भधारण को रोकने और माता व शिशुओं के बेहतर स्वास्थ्य के लिए परिवार नियोजन का साधन अपनाना बेहद जरुरी है। इसी क्रम में स्वास्थ्य विभाग के जिला कार्यालय से जागरुकता रथा रवाना किया गया है, जिसके माध्यम से लोगों को परिवार नियोजन से होने वाले लाभ की जानकारी दी जाएगी। डॉ. चौधरी ने बताया, जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़ा के तहत 11 जुलाई से दो सप्ताह तक अस्थायी एवं स्थायी साधन मुख्यतः आईयूसीडी, गर्भनिरोधक इंजेक्शन, महिला नसबंदी एवं एनएसवी आदि पर विशेष ध्यान केंद्रित किया जाएगा। जनसंख्या स्थरीकरण पखवाड़ा के प्रचार-प्रसार में डिजिटल प्लेटफार्म यानी वेबीनार के माध्यम से ग्राम पंचायत से लेकर जिला पंचायत, विधायक व सांसद को भी शामिल किया जाएगा।
Add Comment