महाकुंभ 2021 में बढ़ते कोरोना संक्रमण की वजह से निरंजनी अखाड़े ने किया कुंभ का समापन
देहरादून/ऋषिकेश: महाकुंभ 2021 में मेष संक्रांति के शाही स्नान के साथ संन्यासियों का कुंभ भी पूरा हो गया। वहीं, एक संत ने सेक्टर मजिस्ट्रेट को मेला प्रशासन की ओर से दी गई सुविधाएं वापस लेने का आग्रह किया है। गुरुवार से कई संन्यासी छावनियां छोड़ना शुरू कर देंगे। वहीं, कोविड संक्रमण के बढ़ते प्रसार के बीच कुंभ समापन की अटकलें भी तेज होने लगी हैं। वहीँ हरिद्वार में चल रहे कुंभ मेले में पिछले 5 दिनों में 1701 लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं. यह कोरोना जांच 10 से 14 अप्रैल के बीच की गई थी. ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि महाकुंभ से लौट रहे लोगों से देश में कोरोना के मामलों में उछाल आ सकता है. खबरों से मिली जानकारी के मुताबिक हरिद्वार के मुख्य चिकित्साधिकारी शंभु कुमार झा ने बताया कि स्वास्थ्यकर्मियों ने मेला क्षेत्र में पिछले पांच दिनों में 2 लाख 36 हजार 751 लोगों की कोरोना जांच की गई. इनमें से 1701 लोगों के कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुई है. उन्होंने कहा कि इस संख्या में हरिद्वार से लेकर देवप्रयाग तक पूरे मेला क्षेत्र में पांच दिनों में की गई आरटी-पीसीआर और रैपिड एंटीजन जांच दोनों के आंकड़े शामिल हैं. कुंभ मेले का मुख्य शाही स्नान संपन्न हो गया। स्नान पर्व पर 13 लाख 50 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने गंगा में पवित्र डुबकी लगाई। कुंभ मेले में बीते तीन दिनों में 1300 लोग कोरोना वायरस की चपेट में आए जिनमें से 18 संत-महात्माओं को भी बीमारी ने नहीं बख्शा। बीते मंगलवार को 9 महात्मा संक्रमित निकले और उससे पहले भी इतने ही संत कोरोना संक्रमण का शिकार हुए।
मकर संक्रांति से लेकर मेष संक्रांति के शाही स्नान तक एक करोड़ से अधिक लोगों ने गंगा में डुबकी लगाई वहीँ हरिद्वार में बीते तीन स्नानों पर 49,31,343 संत और श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई है। इनमें 1854 श्रद्धालु, संत और मेले से जुड़े कर्मचारी संक्रमित हो चुके हैं। कोविड के साए में कुंभ आयोजन के साथ स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या पर भी सवाल उठने पर मेला पुलिस ने बुधवार को आंकड़े जारी किए हैं। पुलिस के मुताबिक मकर संक्रांति से लेकर मेष संक्रांति के शाही स्नान तक एक करोड़ से अधिक लोगों ने गंगा में डुबकी लगाई। एक अप्रैल से कुंभ अधिसचूना जारी है और अवधि 30 अप्रैल तक है। इस बीच कोरोना ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है। भीड़ बढ़ने के साथ संक्रमण तेजी से फैल रहा है। मेष संक्रांति का शाही स्नान कुंभ का सबसे बड़ा स्नान संपन्न हो गया है। अब रामनवमी और 27 अप्रैल को चैत्र पूर्णिमा का शाही स्नान होना है। 27 को चैत्र पूर्णिमा स्नान में सिर्फ बैरागी स्नान करते हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक श्रद्धालुओं के स्नान का आंकड़ा
– मकर संक्रांति पर्व 7,11,970
– मौनी अमावस्या 3,76,725
– बसंत पंचमी 2,38,531
– माघ पूर्णिमा 6,37,000
– महाशिवरात्रि 32,37,000
– सोमवती अमावस्या 31,23,000
– नव संवत्सर 4,56,712
– मेष संक्रांति 13,51,631
कुल एक करोड़ एक लाख 32 हजार 569
जानकारी के मुताबिक कुंभ अवधि में बॉर्डर पर कोविड-19 की जांच
– कुल टेस्ट: 154467
– कुल पॉजिटिव पाए गए: 222
– टेस्ट न करवाने पर वापस गए श्रद्धालु: 56615
– बॉर्डर से वापस लौटाए गए वाहन: 9786
– बिना मास्क के चालान: 2641
– बिना सोशल डिस्टेसिंग के चालान: 2342
महाकुंभ 2021 में बढ़ते कोरोना संक्रमण की वजह से निरंजनी अखाड़े ने किया कुंभ का समापन – वैश्विक महामारी कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए निरंजनी अखाड़े ने कुंभ समापन का निर्णय लिया है. कोरोना के बढ़ते मामलो को देखते हुए निरंजनी अखाड़े के सचिव रविन्द्र पुरी महाराज ने कुंभ समापन का निर्णय लिया है. रविन्द्र पुरी ने कहा तीसरे शाही स्नान के बाद कई साधु संतों में जुखाम के लक्षण देखने को मिल रहे हैं. जिसे देखते हुए हमनें 17 अप्रैल को कुंभ समाप्ति का निर्णय लिया है. उन्होंने कहा कि ये निर्णय हमारा निजी निर्णय है, अखाड़ा परिषद का नहीं. वहीँ जानकारी के अनुसार बता दें कि हरिद्वार में चल रहे कुंभ मेले में पिछले 5 दिनों में 1701 लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं. यह कोरोना जांच 10 से 14 अप्रैल के बीच की गई थी. ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि महाकुंभ से लौट रहे लोगों से देश में कोरोना के मामलों में उछाल आ सकता है.हरिद्वार के मुख्य चिकित्साधिकारी शंभु कुमार झा ने बताया कि स्वास्थ्यकर्मियों ने मेला क्षेत्र में पिछले पांच दिनों में 2 लाख 36 हजार 751 लोगों की कोरोना जांच की गई. इनमें से 1701 लोगों के कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुई है. उन्होंने कहा कि इस संख्या में हरिद्वार से लेकर देवप्रयाग तक पूरे मेला क्षेत्र में पांच दिनों में की गई आरटी-पीसीआर और रैपिड एंटीजन जांच दोनों के आंकड़े शामिल हैं.
उन्होंने बताया कि अभी और आरटी-पीसीआर जांच के नतीजे आने बाकी हैं. ऐसे में इस परिस्थिति को देखते हुए कुंभ मेला क्षेत्र में संक्रमित व्यक्तियों की संख्या 2 हजार के पार जाने की आशंका है. हरिद्वार महाकुंभ 2021 उत्तराखंड के हरिद्वार, टिहरी और ऋषिकेश के 670 हेक्टेयर क्षेत्रफल में चल रहा है. सोमवार को सोमवती अमावस्या, बुधवार को मेष संक्रांति और बैसाखी के पर्व पर हुए दोनों शाही स्नानों में 48.51 लाख श्रद्धालुओं में से ज्यादातर लोग बिना मास्क पहने दिखे.
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