The Confederation of All India Traders, a trade union, has called for a Bharat Bandh tomorrow (26 February) to demand a review of the provisions of GST. Tomorrow, all markets will be closed across the country. CAT (CAIT) says that around 8 crore traders will join the strike. Under the leadership of CAT, it has decided to shut down the country demanding withdrawal of irrational provisions on GST and ban on e-commerce company. Transport organization gives support: With the rising price of petrol and diesel, All India Transport Welfare Association has supported the closure of CAT. The organization has announced to drive around the country. Other national trade organizations also supported the shutdown. This includes All India FMCG Distributors’ Federation, Federation of Aluminum Utensil Manufacture and Traders, All India Computer Dealers Association, etc. Traders have to pay tax again: CAT national president B.C. Bhartia said that due to the absurd provisions of GST, traders have to pay tax again. This was not so in the era of the Mughals and the British. KAT’s National General Secretary Khandelwal said that GST is a completely failed tax system. Has played with its original form. No government is concerned about its simplification. Seeking intervention from Prime Minister Modi: Earlier on Sunday, CAT wrote a letter to Prime Minister Narendra Modi demanding intervention in this matter. In his letter, he mentioned violation of e-commerce rules. Also suggested that a group may be formed in each district to monitor GST. With this, steps can also be taken to expand tax and increase revenue. http://webworldnews.in
26 Feb 2021को भारत बंद, इन मांगों को लेकर 8 करोड़ से ज्यादा व्यापारी करेंगे हड़ताल
व्यापारियों के संगठन कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (Confederation of All India Traders) ने जीएसटी (GST) के प्रावधानों की समीक्षा की मांग को लेकर कल (26 फरवरी) भारत बंद (Bharat Bandh) का आह्रान किया है। कल देशभर में सभी बाजार बंद रहेंगे। कैट (CAIT) का कहना है कि करीब 8 करोड़ व्यापारी हड़ताल से जुड़ेंगे। कैट के नेतृत्व में जीएसटी पर तर्कहीन प्रावधानों को वापस लेने और ई कॉमर्स कंपनी पर प्रतिबंध लगाने की मांग को लेकर देश को बंद करने का फैसला लिया है। ट्रांसपोर्ट संगठन ने दिया समर्थन: पेट्रोल-डीजल के बढ़ते भाव को लेकर ऑल इंडिया ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन ने कैट के बंद का समर्थन किया है। संगठन ने देशभर में चक्का जाम करने का ऐलान किया है। वहीं अन्य राष्ट्रीय व्यापारिक संगठनों ने भी बंद का समर्थन किया। इसमें ऑल इंडिया एफएमसीजी डिस्ट्रिब्युटर्स फेडरेशन, फेडरेशन ऑफ एल्युमिनियम यूटेंसिल मैन्यूफैकचर एंड ट्रेडर्स, ऑल इंडिया कंप्यूटर डीलर एसोसिएशन आदि शामिल हैं। व्यापारियों को दोबारा टैक्स देना पड़ रहा: कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी.सी. भरतिया ने कहा कि जीएसटी के बेतुके प्रावधानों के कारण व्यापारियों को दोबारा टैक्स देना पड़ रहा है। ऐसा तो मुगलों और अंग्रेजों के जमाने में भी नहीं था। वहीं कैट के राष्ट्रीय महामंत्री खंडेलवाल ने कहा कि जीएसटी पूरी तरह से नाकाम टैक्स व्यवस्था है। इसके मूल स्वरूप के साथ खिलवाड़ किया है। किसी भी सरकार को इसके सरलीकरण की चिंता नहीं है। प्रधानमंत्री मोदी से की हस्तक्षेप की मांग: इससे पहले रविवार को कैट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिख इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की। अपने पत्र में उन्होंने ई-कॉमर्स नियमों के उल्लंघन का जिक्र किया। साथ ही सुझाव दिया कि जीएसटी की निगरानी के लिए प्रत्येक जिले में एक समूह का गठन किया जा सकता है। इससे टैक्स के विस्तार और राजस्व में वृद्धि के लिए भी कदम उठाए जा सकते हैं।
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