एनएसयूआई राष्ट्रीय सचिव गुलज़ेब अहमद के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने सिविल लाइन थाना, रायपुर में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के खिलाफ़ राजद्रोह का मामला दर्ज करने आवेदन दिया। पुलिस विभाग द्वारा आवेदन स्वीकार कर शीघ्र अतिशीघ्र न्यायसंगत कार्रवाई के लिए आश्वस्त दिया है।
एनएसयूआई राष्ट्रीय सचिव गुलज़ेब अहमद ने बताया कि विगत दिनों मुजफ़्फ़ऱपुर, बिहार में रामचन्द्र गुहा, मणिरत्नम और अपर्णा सेन समेत 49 नामी हस्तियों के खिलाफ़ भारतीय दंड संहिता आईपीसी के तहत राजद्रोह, धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने, शांति भंग करने जैसी धाराएं लगा कर मामला दर्ज किया गया है।
जिन नामी हस्तियों के खिलाफ़ मामला दर्ज हुआ इनका अपराध केवल यह था कि इन्होंने देश में हो रही जातिगत हिंसा एवं हत्या के विरोध में देश के वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक खुला पत्र लिखा और उस पत्र का समर्थन करते हुए उसमे हस्ताक्षर किया।
इस मामले में शिकायतकर्ता ने कहा कि खुले पत्र के माध्यम से वर्तमान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की छवी धूमिल करने का प्रयास किया गया है इसलिए इन 49 नामी हस्तियों के खिलाफ़ मामला दर्ज हुआ।
एनएसयूआई राष्ट्रीय सचिव गुलज़ेब अहमद ने कहा कि ऐसी ही घटना कुछ साल पहले भी हुई, जब सन 2013 में इंदौर की एक जनसभा के दौरान भाजपा नेत्री स्मृति ईरानी ने तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को चूड़ी भेजने की बात कही थी।
अगर प्रधानमंत्री को पत्र लिखना राजद्रोह के अंतर्गत आता है तो 2013 में तत्कालीन प्रधानमंत्री को चूड़ी भेजना भी राजद्रोह के अंतर्गत आता है। स्मृति ईरानी के इस कथन ने तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की छवी को धूमिल किया साथ ही चूड़ी जो कि देश की महिलाओं के आभूषण का अभिन्न अंग है उसको कमज़ोरी का पर्याय बताते हुए महिला शक्ती का अपमान किया है। इसलिए हृस्ढ्ढ ने आज केंद्रीय मंत्री भाजपा नेत्री स्मृति ईरानी के खिलाफ़ भारतीय दंड संहिता के तहत अपराध पंजीबद्ध करने की मांग की।
प्रतिनिधिमंडल में एनएसयूआई राष्ट्रीय सचिव गुलज़ेब अहमद के साथ कांग्रेस शेख शफीक, कमलेश मिश्रा, बबलू रज़ा, सजल शर्मा, रिज़वान खान, शिवम शुक्ला, मोहम्मद आसिफ, आर्य ठाकुर, हैदर अली, अरविंद यादव, ज़ीशान हाशमी, सुशांत धराई, शब्बीर खान, अनिल यादव, कैलाश ठाकुर, सोहेल सुल्तान, सतीश सिंह, हाशिम खान,रमन ठाकुर, रमीज़ कुरैशी, कपिल रावत, नुरुल चांगल आदि कांग्रेस पदाधिकारी उपस्थित थे।
Add Comment