तरुण कौशिक , कार्यकारी संपादक डिसेंट रायपुर
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा बीते दिनों भारतीय प्रशासनिक सेवा के अफसरों का नई पदस्थापना किया गया हैं। जिसमें पंचायत व स्वास्थ्य मंत्री टी.एस.सिंहदेव के करीबी अफसरों को बड़े जिलों का कमान देने से इन अफसरों का कद बढ़ा हैं। बिलासपुर जिले के कलेक्टर डॉक्टर संजय अलंग राज्य के पहले अफसर हैं जिन्हें जिस जिले में कलेक्टर हैं उसी जिले के संभागायुक्त पद पर पदोन्नति दी गई हैं।
छत्तीसगढ़ राज्य में टी.एस.सिंहदेव की तरह कोई दूसरा मंत्री या नेता हो जो अपने चहेतों को हमेशा नई उड़ान भरने का मौका देते हैं। पंचायत व स्वास्थ्य मंत्री टी.एस.सिंहदेव का सरकार में किस हद तक मान- सम्मान हैं ,यह तो इस ट्रांसफर में देखने को मिला ।जहाँ पर अपने गृह जिले के कलेक्टर डॉक्टर सारांश मित्तर को बिलासपुर जिले के कलेक्टर के साथ ही बिलासपुर कलेक्टर डॉक्टर संजय अलंग को बिलासपुर संभागायुक्त के साथ अपने गृह जिले अंबिकापुर – सरगुजा का भी संभागायुक्त का अतिरिक्त प्रभार दिलाने में कामयाब हुए हैं ,बता दें कि डॉक्टर अलंग अंबिकापुर – सरगुजा संभाग के अंतर्गत कोरिया जिले के निवासी हैं।इसी से अपने प्रभार वाले जिले मुंगेली के युवा कलेक्टर डॉक्टर सर्वेश्वर नरेन्द्र भूरे को भी इन्होंने बड़ी जिम्मेदारी दिलाते हुए सीधे मुख्यमंत्री – गृहमंत्री के गृह जिला दुर्ग का जिलाध्यक्ष बनाने में सफलता हासिल की हैं। इन दिनों अफसरों को महत्वपूर्ण जगहों की जिम्मेदारी दिए जाने से बाबा साहब का कद बढ़ा हैं और सबको पता हैं कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बाबा साहब के कोई भी आदेश का उल्लंघन नहीं करने वाले,निश्चित रुप से बाबा साहब ने अपने पसंदीदा अफसरों का कद बढ़ाया वह काबिल ए तारीफ हैं।
बाबा साहब को डॉक्टरों का काम आया पसंद
छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टी.एस.सिंहदेव को स्पष्ट वादी और स्वच्छ छवि के नेता माने जाते हैं और साफ सुथरा काम करने वालों को बाबा साहब खूब पसंद करते हैं ।यहीं वजह हैं कि बिलासपुर, अंबिकापुर और मुंगेली जिले के कलेक्टर डॉक्टरों ने अपने – अपने जिलों में बेहतर प्रदर्शन किया और ये तीनों डॉक्टर साहब बाबा साहब के करीबी माने जाते हैं और इनका लाभ इन बेदाग अफसरों को उनके मेहनत के अनुरूप मिला हैं।
संभाग को बेहतर बनाएंगे डॉक्टर साहब
वहीं बिलासपुर कलेक्टर डॉक्टर संजय अलंग राज्य ही नहीं बल्कि देश के प्रथम अफसर हैं, जिन्हें जिस जिले में कलेक्टर के रुप में कार्य किए हैं ,उन्हें प्रमोशन देते हुए अन्यंत्र संभाग के बजाए उसी जिला मुख्यालय के संभागायुक्त का दायित्व मिला हैं। निश्चित रुप से कलेक्टर के रुप में इन्होंने जिले में बेहतर कार्य कर पहचान दिलाई हैं ठीक उसी तरह बिलासपुर संभाग में बेहतर कर संभाग को एक अलग पहचान दिलायेंगे।
सोनमणि ने भी किया हैं रिकॉर्ड कायम
वहीं राज्यपाल अनसुईया उइके के मुख्य सचिव सोनमणि बोरा ने बिलासपुर प्रशासन में एक अनोखा रिकॉर्ड कायम किया हैं। सोनमणि बोरा राज्य ही नहीं बल्कि देश के प्रथम अफसर हैं जो एक ही जिले में विभिन्न पदों पर विराजमान रहे। सोनमणि बोरा पहले सहायक कलेक्टर के रुप में पदस्थ रहे।इसके बाद नगर निगम आयुक्त बने ।आयुक्त रहते हुए गुरुघासीदास विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार, फिर जिला पंचायत सीईओ फिर दो बार कलेक्टर रहे ।इनके अलावा संभागीय आयुक्त के रुप में पदस्थ रहे। वहीं राज्य सरकार ने नगर निगम में आईएएस अफसर को निगम आयुक्त बनाने का प्रयोग भी बोरा से ही प्रारंभ किया।इससे शासन को निगम में राजनीतिक हस्तक्षेप बंद होने का लाभ मिला लेकिन लंबे समय से बिलासपुर नगर निगम में आईएएस अफसर को नहीं बिठाया गया हैं।
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