Vodafone – Idea को दूसरी तिमाही में करीब 74,000 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है।
सरकार ने एयरटेल और वोडाफोन ग्राहकों को दिलाया भरोसा – डूबने नहीं दिया जाएगा
देश में टेलीकॉम केक्टर की हालत खराब है और शुक्रवार को यह चिंता और गहरा गई, तो सरकार को बयान जारी करना पड़ा। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन ने एयरटेल (Airtel) और वोडाफोन आइडिया (Vodafone Idea) समेत अन्य कंपनियों और उनके करोड़ों ग्राहकों को भरोसा दिलाया है कि सरकार उन्हें डूबने नहीं देगी। वित्त मंत्रालय दूसरे संबंधित मंत्रालयों के साथ मिलकर इनकी समस्या का हल खोजने की कोशिश कर रही है। सीतारमन के अनुसार, केंद्र सरकार यह सुनिश्चित करना चाहती है कि भारत में काम करने वाली कोई भी टेलीकॉम कंपनी बंद ना हो और सब आगे बढ़ें। बता दें, गुरुवार को ही निजी क्षेत्र की दो दिग्गज कंपनियों एयरटेल (Airtel) और वोडाफोन आइडिया (Vodafone Idea) की जो वित्तीय स्थिति सामने आई है, उससे तरह-तरह की आशंकाएं उठने लगी हैं। गुरुवार को ही वोडाफोन (Vodafone Idea) ने चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 50,922 करोड़ रुपए और एयरटेल ने 23,045 करोड़ रुपए का घाटा दर्शाया है। 2 दिन पहले वोडाफोन के सीईओ ने तो यहां तक कह दिया था कि भारत में उनकी स्थिति यहां पहुंच गई है कि अब कंपनी के सामने कारोबार समेटने के सिवाय दूसरा कोई विकल्प नहीं है। इन दोनों कंपनियों की ताजा वित्तीय स्थिति ने भारत के टेलीकॉम सेक्टर को लेकर नई चिंताएं पैदा की है। इससे सेक्टर में एक ही कंपनी (Jio) का अधिकार होने की आशंका भी जताई जाने लगी है।
क्या है वित्त मंत्री के बयान के मायने – बहरहाल, वित्त मंत्री सीतारमन का यह बयान अहम है क्योंकि सरकार की तरफ दूरसंचार कंपनियों की समस्या पर सलाह करने और उन्हें राहत देने पर सुझाव देने के लिए सचिवों की एक समिति गठित की गई है। इस समिति की तरफ से अपनी सिफारिशों को इसी पखवाड़े के भीतर अंतिम रूप दिया जाएगा।
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