मज़हर इक़बाल
बिलासपुर। पूरे देश में छत्तीसगढ़ की अपनी अलग ही पहचान है, ये प्राकृतिक सुंदरता के लिए भी जाना जाता है. बिलासपुर जिले से अमरकंटक मार्ग पर अचानकमार टाइगर रिजर्व है, यहां आप घूम सकते हैं, पहुंचने के लिए मार्ग इतना खूबसूरत है कि आपको ड्राइव में मजा ही आ जाएगा आप रोड ट्रिप पर हैं, और अगर आपको यह गेट दिख जाए, तो समझ लीजिए कि आप अचानकमार के जंगलों में पहुँच चुके हैं. यहाँ चारों ओर की खूबसूरती, प्राकृतिक वातावरण और मन को खुशी से भर देने वाली शांति का अनुभव होता है. इस जगह पर आकर आप खुद को प्रकृति की गोद में पाएंगे.
अचानकमार के एक बड़े क्षेत्र को कोर जोन के रूप में संजोया गया है. कोर जोन इसलिए क्योंकि यह वह एरिया है जहां बाघ विचरण करते हैं. कोर जोन में सफर करते समय बीच में हाल्ट करना सख्त मना है. यहां अगर आप जाएंगे, तो आपको कई नाकों को पार करने होंगे, जहां आपकी टाइमिंग नोट की जाती है. यह इसलिए ताकि एक नाके से दूसरे नाके तक लोग बिना रुके जाएं. कोर जोन में आम लोगों को रुकने की अनुमति नहीं होती, यह कार्य सिर्फ वन अधिकारी या सफारी की टीम के साथ ही किया जा सकता है.
अचानकमार के जंगलों में, आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि यहां कई सारे टाइगर हैं. इस जगह को टाइगर रिजर्व के रूप में डेवलप किया गया है, ताकि यहां के बाघ शांति से प्राकृतिक तौर पर रह सकें. यहां पर इनकी ट्रैकिंग भी की जाती है, और कई बार ऐसे भी हुए हैं जब यहां से सफर करते समय यह बाघ आम लोगों के सामने आ गए हैं.
अचानकमार के जंगलों में सफर करते वक्त आप खरगोश, हिरण, चीतल आसानी से दिख जाएंगे. यह जागह पर इन प्राणियों की अधिक मात्रा में होने के लिए प्रसिद्ध है, और अगर आप बड़ी सुबह जाते हैं, तो हिरण आपको यहां जंगलों में या फिर सड़क किनारे या किसी जलस्रोत के पास पानी पीते दिख ही जाएंगे.
वनभैसा या बाइसन छत्तीसगढ़ राज्य का राजकीय पशु है. अचानकमार के जंगलों में बायसन को आप आसानी से देख सकते हैं. यह बायसन बेहद शक्तिशाली जानवर होते हैं और इंसान के साथ इनकी भिडंत अक्सर इंसानों के लिए घातक साबित होती है.
Add Comment