मनेंद्रगढ़ छत्तीसगढ, September 9, 2023
विधान सभा क्षेत्र मनेंद्रगढ़ में कांग्रेस, भाजपा, आम आदमी पार्टी, राष्ट्रीय जनता कांग्रेस आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों में इन वर्गों को लुभाने के लिए उनके हितों की संरक्षण की बात करते नजर आ रही है। वर्तमान में राजपत्र के प्रकाशन में आए पेसा एक्ट 1996 पंचायत विस्तार उपबंध के तहत आदिवासियों के विशेष अधिकार ग्राम सभा की शक्ति को हथियार के रुप में वोट के लिए पासा फेंकने सतारूढ़ कांग्रेस सरकार की कथनी करनी को आदिवासी समुदाय समझ चुकी है। और शराब पिला कर वोट लेने की खेल अब खत्म हो गया है। और आदिवासी नेता भी समझ चुके हैं। फिलहाल क्षेत्र में चुनावी राजनीति दौर गति पकड़ लिया है। इसी क्रम में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी मनेंद्रगढ़, भरतपुर सोनहत तथा बैकुंठपुर विधान सभा सीट पर कांटे की दौर शुरू हो गया है। आज चुनावी दौर में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ एल एस उदय ने चुनावी फतह के लिए चुनावी दौरा ग्राम पैनारी से प्रारंभ कर दिया है। जिन्होंने सबसे पहले स्थानीय भूमका बैगा गुनिया गांव के प्रबुद्ध पटेल के साथ गोंडवाना का आराध्य पेन शक्ति बड़ादेव का पूजा अर्चना किया। तथा एक बैठक लिया। तथा ग्रामीणों से उनके स्थानीय जन समस्याओं को पूछा, वहीं आश्रित ग्राम महादेव पाली में उतर प्रदेश से आकर बसे एक गैर आदिवासी वर्ग का व्यक्ति द्वारा गोंड एवं पण्डो आदिवासी समुदाय के युवतियों को रखैल बनाते हुए अपने को गोंड जाति बताकर भूमि रजिस्ट्री करने तथा सैकड़ों एकड़ शासकीय भूमि कब्जा करने की जानकारी मिला, वहीं ग्रामीणों का कहना था कि जहां निस्तार की भूमि को अपना बता कर गांव के मवेशियों को घुसने नहीं देता है। आए दिन गाली गलौज तथा धमकी देते रहता है। इसे पार्टी राष्ट्रीय महामंत्री डॉ उदय ने एक गंभीर मामला मानते हुऐ कड़ी आपत्ति दर्ज किया। और कहा यह समाज के लिए बेहद घातक समस्या है, जिसका समाधान जरूरी है। बैठक में आए समाज के प्रमुख लोगों से बातचीत कर 11 सदस्यों का एक कमेटी गठित किया गया। जिनको एक दायित्व सौंपा गया कि उक्त व्यक्ति का पूर्वजों का मूल निवास कहां था, खोजबीन जरूरी है जिसका पता किया जाए। जिस संबंध में बैठक में आए कुछ लोगों ने बताया कि राजाराम नाम का व्यक्ति करीब 25 साल पहले उतर प्रदेश बनारस से आया था और सर्वप्रथम ग्राम कटकोना एक शराब भट्टी में काम करता था। कुछ दिन बाद ग्राम महादेव पाली में चार पहर रात काटने का डेरा मांगा था। और धीरे धीरे शराब बेचने लगा, स्थानीय आदिवासी लोगों को शराब पिलाकर का आदी बना दिया, और उधार में भी पिलाने लगा। अंत में राजाराम अपने परिवार को बसाने का काम किया। जो गोंड भूईहार पण्डो आदिवासियों का भूमि का छल कपट पूर्वक अपने गोंड आदिवासी समुदाय का बता कर जमीन का अंतरण करने लगा। इस मामले को सुनने के बाद डॉ उदय ने गंभीर आपत्ति दर्ज किया। और छल कपट पूर्वक हड़पी गई भूमि को विधि पूर्वक लौटाने के लिए शिकायत दर्ज कराने की बात कहा। और उन्होंने कहा उसके जाति को जानना हमारा पहला कदम होना चाहिए। यदि आपके साथ अन्याय हुआ है, तो मै आपके साथ हूं। और वाजिब न्याय के हमें संघर्ष करना पड़ेगा। मै आपके साथ रहूंगा। साथ ही साथ वन भूमि का पट्टा न मिलने पर असंतोष व्यक्त करते हुऐ कहा कि विधि पूर्वक आप सभी वन भूमि के कब्जा धारियों को आवेदन करना होगा। उन्होंने कहा आज के स्थिति में जमीन आपका धरोहर है, अमूल्य बैंक है, आपके जीवकोपार्जन का सहारा है। आपका जमीन धीरे धीरे छीन रहा है । यह धरती कोई रबर नहीं है कि फैल जाएगा। आज मानव जाति का संख्या बढ़ रहा है, धरती घट रही है, आखिर आप कहां जायेंगे। इसलिए आपमें चेतना जगाने के लिए आया हूं। डॉ उदय ने कहा समाज में शिक्षा का स्तर बहुत कमजोर है जो हमारे लिए सबसे बड़ी चुनौती है। इसलिए हमें शिक्षा के दिशा ऊपर आना होगा। उन्होंने बताया कि आज जो समाज राज नीति नहीं करता, उसका कहीं कोई सम्मान नहीं होता। इसलिए समाज के महान चिंतक दादा हीरा सिंह मरकाम जी ने एक सहारा दिया है, वह है गोंडवाना गणतंत्र पार्टी जिससे आज दबे कुचले समाज के भीतर सामाजिक और राजनीतिक परिवर्तन हुआ है। उन्होंने कहा कि आज तक आपने भाजपा से नाराज हुआ, तो कांग्रेस को साथ दिया। और कांग्रेस से नाराज हुए तो भाजपा को साथ दिया। इसलिए अपनो पर भरोसा कीजिए।
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ उदय ने कहा, जिसका राज उसका काज, आज भाजपा कांग्रेस का राज है, आज अपने काम के लिए जगह जगह पर पैसा फैंकना पड़ता है तब कहीं आपका काम होता है। उन्होंने जोर देकर लोगों को इशारा किया कि आपको राज की ओर लौटना है तो दिल्ली का सदन की ओर जाइए। जहां कानून का निर्माण होता है। आपका बेटा सदन में जायेगा तो आपका भाषा संस्कृति, गोंडवाना राज्य निर्माण की बात करेगा। आपका 18 सौ वर्षो तक चला गोंडवाना राज्य का अवसान हो गया। जिसका सजा आज आप भोग रहे हैं। आजादी पूर्व देश में 259 गोंड राजवंश का रियासत था, जिनका अपना मातृ गोंडी भाषा था। आजादी के बाद 1 नवंबर 1959 को जब भाषा वार राज्यों का पुनर्गठन हुआ। तो क्या आपका गोंडी भाषाई राज्य गोंडवाना मिला। जबकि भारत के नक्शा में अलाउद्दीन खिलजी का साम्राज्य 1280 से लेकर तैमूरलंक का आक्रमण से लेकर मुगल शासको के समय 1751 तक गोंडवाना भारत के नक्शे में दिव्यमान था। लेकिन आजादी के बाद हमें भाषाई राज्य गोंडवाना मिलना तो दूर ? हमें क्या मिला, यही कि सिर्फ बेट वेगारी जिल्लत अपमान आज ठीक से तन ढकने का कपड़ा तक नसीब नहीं। उन्होंने कहा सरकार हम गरीब आदिवासियों का फोटो दिखा कर विश्व बैंक से कर्जा लेकर हमारे विकास के नाम पर राज करती है। और विदेशी कर्जा से विकास की बात करती है। आज सरकार आदिवासियों का नाम लेना बंद कर दे, तो दो कदम नहीं चल सकता। आज देश में प्रत्येक नवजात शिशुओं के नाम पर विदेशी कर्जा है। अब प्रजा का पैसा और राजा शौक नहीं चलेगा। इसलिए गोंडवाना गणतंत्र पार्टी का सरकार बनाइए। उन्होंने कहा दादा जी ने जो सपना देखा था जिस सपना को हमे पूरा करने की जरूरत है। इसलिए यह चुनावी दौर में हम आपके सामने हैं। हम सब समाज के संपदा हैं। उन्होंने कहा आप मुझे सहयोग नहीं करोगे, तो मैं आगे नहीं बढ़ सकता। इसलिए आपका स्नेह और प्रेरणा की जरूरत है, आपने आने वाले चुनाव में साथ दिया, तो मनेंद्रगढ़ विधान सभा क्षेत्र आपका होगा। जहां विश्व प्रसिद्ध करोड़ों वर्षो का गोंडवाना जीवाश्म स्थल जिसका हमारे लिए ऐतिहासिक महत्त्व है, जो गोंडवाना गौरव है। अंत में उन्होंने यह भी कहा की गोंडवाना की राजनीति में गैर पार्टी से पैर पसारने के लिए भेजे जाते हैं, जिसे हमारे लोग नहीं समझ पाते और चुनावी दांव आते ही अपने कुनबे में लौट जाते हैं, जिनसे सावधान होने की जरूरत है। कार्यक्रम में मुख्य रूप से गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के दीपक मरावी युवा प्रकोष्ठ ने भी हिस्सा लिया और संबोधित किया। साथ में नारायण सिंह पोया पटेल, छत्रपाल पण्डो उप सरपंच पैनारी, कीर्तन सिंह उईके, रघुनाथ सिंह, संतोष सिंह मरकाम, देवनारायण सिंह सरोतिया, राम सिंह नेटी, चैन सिंह आयाम, राम औतार उईके सहित सैकड़ों लोगों ने कार्यक्रम में हिस्सा लिया।
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