रायपुर छत्तीसगढ़/ 25 दिसम्बर 2021, वैसे तो आजादी के बाद उम्मीद था कि अंग्रजो द्वारा शुरू की गई लुट की खात्मा होगी। संसाधनो पर राज्य की वजाय समाज के अधिकार की पुर्न:स्थापना होगी। परंतु हुआ बिल्कुल उल्टा। इस नीति के खिलाफ देश भर में आदिवासियों के विरोध को निरंकुशता से कुचला गया। जिससे जिनके झोपड़ियों को जलाया गया। और तो और आदिवासी समुदाय को ध्वंस करने के लिए तथा सरकार द्वारा निहित स्वार्थ के कारण जिनके पैरों तले तथा कीमती संसाधनो पर हक्क जमाने के लिए कानून और व्यवस्था का सवाल दागकर विकास की राह में ऐसा ही होता है, जैसे सरकार का नृशंस व्यवहार आज आम बात हो गई है। जैसा कि सरकार की ओर से जल जंगल और जमीन के लिये नई नई कानून औद्यौगिक घरानों को सौप रही है। जैसे सरगुजा पांचवी अनुसूचित क्षेत्रों में कोयला ब्लॉक के नाम पर भूमि अधिग्रहण नदी नालों से रेत की अवैध परिवहन, विस्थापित लोगों को नौकरी न देने जैसे गंभीर मुद्दे हैं। जिनके खिलाफ अब छत्तीसगढ़ राज्य की बहु संख्यक आदिवासी एवं परंपरागत मूलनिवासी समाज जो प्रदेश में अब अपने अधिकार की लड़ाई में अनकहे विद्रोह का प्रतीक जैसा बन गया है। आज आदिवासी समाज कोई करोड़ पति बनने के लिए वनों की कटाई नहीं करता बल्कि सांझ की रोटी की तलाश में तरह तरह की गिरोहों का मुहरा बनने को मजबूर है।
इन्हीं विषमताओं को लेकर गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री तुलेश्वर सिंह मरकाम के नेतृत्व में 20 दिसम्बर से 24 दिसंबर तक विभिन्न मांगो को लेकर बिलासपुर से रायपुर राज भवन तक माटी सत्याग्रह पदयात्रा किया गया। इस दौरान 24 दिसम्बर को गोंडवाना गणतंत्र पार्टी की ओर से अपने पूर्व निर्धारित समय 11 बजे मंगल बाजार रायपुर से रैली प्रांरभ होकर बूढ़ादेव सारोवर के समीप धरना व आमसभा का आयोजित किया गया। इस बीच पार्टी केराष्ट्रीय अध्यक्ष तुलेश्वर सिंह मरकाम, श्यामसिंह मरकाम राष्ट्रीय महासचिव, डॉ एल एस उदय, प्रदेश अध्यक्ष संजय कमरों, राष्ट्रीय संगठन मंत्री नंद किशोर राज आशा पोया, शत्रुधन सिंह ध्रुव, कुलदीप मरकाम सभा को संबोधित किया। उसके बाद प्रोटोकाल के अनुसार शहर के सप्रे चौक से होकर बाबा की दरगाह मार्ग से सीधे राज भवन के समीप लगे बेरिकेट के भीतर हजारों की संख्या में प्रदेश भर से आये कार्य कर्ताओं द्वारा नारे बाजी के साथ युवा शक्तियों का आम सभा हुआ। वहीं पार्टी के राष्ट्रीय पदाधिकारी तुलेश्वरसिंह मरकाम राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं राष्ट्रीय महासचिव श्यामसिंह मरकाम तथा राष्ट्रीय महामंत्री डॉ एल एस उदय,हेमलाल मरकाम राष्ट्रीय अध्यक्ष युवा प्रकोष्ठ के आलावा कई अन्य प्रदेश के पार्टी पदाधिकारी संजय कमरों, प्रदेश अध्यक्ष तथा कुलदीप सिंह मरकाम ,जानकी चौधरी सहित कई अन्य पार्टी पदाधिकारी राजभवन पहुंच कर राज्यपाल से मुलाकात किया और प्रदेश भर में आदिवासी समुदायों के बीच उनके हितों की संवर्धन को लेकर चर्चा किया।तथा उनके साथ हो रहे विभिन्न प्रकार की गैर असंवैधानिक मुद्दों पर चर्चा किया गया।इस दौरान महामहिम राज्यपाल अनुसुइया उइके ने कहा कि आदिवासियों की संरक्षण करना मेरी नैतिक जिम्मेदारी है। जिनके हितों की संरक्षण के लिये प्रतिबद्ध हूँ। इनके साथ किसी प्रकार की अमानवीय व्यवहार बर्दाश्त नहीं की जावेगी। वहीं पार्टी पदाधिकारियों को बताया कि पांचवी अनुसूची क्षेत्रो में पेशा कानून की मापदंड कमोवेश मार्च आते पूर्ण हो जावेगी।जिसमें दंड का विधान निहित होगा जो पहले नही था। उन्होनें कहा कि मै फरवरी से अनुसूचित क्षेत्रों की हरेक जिलों में समीक्षा बैठक लूंगी और आदिवासी समुदाय की आर्थिक सामाजिक पारंपरिक सांस्कृतिक तथा रूढ़िजन्य पंरपरा की समीक्षा कर इन वर्गो की हितों की संवर्धन व सुरक्षा के कठोर कदम उठायी जावेगी।
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