अलताफ हुसैन की कलम से… ✍
रायपुर/ राजनीति लोकतंत्र का ऐसा क्षेत्र है जिसमे आम जनता के मूलभूत सुविधाओं के साथ उनकी बुनियादी आवश्यकताओं की पूर्ति की जा सके इसके लिए जनता द्वारा जनमत से अपना प्रतिनिधि लोकतांत्रिक ढंग से मतदान के माध्यम से कर अपना प्रतिनिधि का चयन करता है यह प्रक्रिया भारत जैसे लोकतांत्रिक देश मे प्रति पांच वर्षों में एक बार होता है यदि एक ही व्यक्ति को जन मत बार बार प्राप्त हो इससे सहज अनुमान लगाया जा सकता है कि उक्त जन प्रतिनिधि केवल क्षेत्र में ही नही बल्कि आम जनता के मर्म मस्तिष्क में भी राज कर रहा है ऐसे जन प्रतिनिधि विरले होते है जिनकी गिनती उंगलियों में गिनने के लायक होती है ऐसे ही हम बात करने जा रहे है एक ऐसे जनप्रतिनिधि की जो वास्तव में केवल धन ऐश्वर्य पद प्रतिष्ठा प्राप्ति की लालसा में राजनीति नही करता अपितु आम जनता के दिलों में राज करने की अद्भुत क्षमता अपने मे समाए किस प्रकार आम जनता के मौलिक अधिकारों के प्राप्ति और समस्याओं का निराकरण किया जा सके यह मूलमंत्र को लेकर चलता है ऐसे अद्भुत एवं विरले व्यक्तित्व का नाम गोपाल धींवर है जो आरंग विधान सभा एवं जनपद के अंतर्गत ग्राम गोढ़ी के तीन बार के सरपंच रह चुके है उन का मत है कि जनता की सुविधा और समस्या का मूल निराकरण एवं आम जनता और जन प्रतिनिधि के मध्य परस्पर समन्वय ही सर्वश्रेष्ठ राजनीति का मूल मंत्र है बेबाक एवं निर्भीक राजनीति के प्रारंभिक अवस्था के बारे में सरपंच गणेश धींवर ने बताया कि अल्प आयु से ही लोगों के प्रति कुछ करने का मन था एक बार ग्राम गोढ़ी में कुछ ग्रामीणों के अतिक्रमण को लेकर प्रशासनिक अमले द्वारा उनके मकान को जमीदोज कर दिया गया पीड़ित ग्रामीणों के रुदन एवं प्रलाप से उनका मन बुरी तरह से द्रवित हो गया और वे उनकी समस्या को लेकर स्थानीय जन प्रतिनिधियों एवं शासन,प्रशासन, के समक्ष हाथ से लिखे लेटर को लेकर लड़ाई प्रारंभ हुई तब तात्कालिक विधायक श्री सत्य नारायण शर्मा जी के सहयोग से अतिक्रमण की चपेट में आए गरीब ग्रामीणों को उनका आशियाना दिलाने में सफल रहा उसके पश्चात लोगों के छोटे बड़े आम समस्याओं के लिए वे लगातार कटिबद्ध रहे और उनकी समस्याओं का निदान कराते रहे वर्ष 2005-06 के आसपास ग्रामीणो द्वारा ही उन्हें सरपंच के रूप में चुनाव लड़ने उत्प्रेरित किया परन्तु उस वक्त मेरे द्वारा ही किसी अन्य व्यक्ति के नाम को आगे बढ़ाया गया जैसा कि अमूमन यह देखा जाता रहा है कि अन्य जन प्रतिनिधि की भांति तात्कालिक नव निर्वाचित उक्त सरपंच द्वारा भी जन भावना एवं उनकी समस्याओं का निराकरण करने में अक्षम, अयोग्य रहा तब आगामी वर्ष 20010 के करीब चुनाव में आम ग्रामीणों के द्वारा मुझे पुनः ग्राम पंचायत चुनाव लड़ने कहा गया तब मेरे द्वारा जन भावना का सम्मान करते हुए मैने ग्राम पंचायत चुनाव लड़ा और विजयी रहा उसके पश्चात यथा संभव ग्राम की उन्नति, विकास, एवं अन्य सुविधाओं एवं समस्याओं के निराकरण हेतु उन के एवं पंचों के द्वारा अनवरत प्रयास किया जा रहा है ग्राम गोढ़ी सरपंच एव वर्तमान मे सरपंच संघ के संभागाध्यक्ष गोपाल धींवर का कथन है कि ग्राम में स्वास्थ्य शिक्षा पर पूरा फोकस किया गया है तथा इसके लिए हॉस्पिटल निर्माण किया जाना अति आवश्यक है क्योंकि स्थानीय ग्राम वासी के अलावा आसपास ग्राम के लगभग दस हजार से ऊपर ग्रामीण निवासरत है हॉस्पिटल की सुविधा मिलने से बेहतर स्वास्थ्य सुविधा यहां प्राप्त हो सकती है वही शाला परिसर में जर्जर हो चुके पानी टँकी को ढहा कर नए पानी टँकी का निर्माण भी प्रमुखता में है क्योंकि इससे शाला के विद्यार्थियों,ग्रामीणों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध हो सकेगा वही युवाओं को शारीरिक और बौद्धिक विकास हेतु मिनी स्टेडियम की मांग नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ.शिव डहरिया जिला सी.ई.ओ. से मिलकर किया जा चुका है मृदुभाषी, प्रभावशाली व्यक्तित्व के धनी सरपंच गोपाल धींवर ने आगे बताया कि छग शासन की महती योजना नरवा, गरुवा,घुरूवा बाड़ी, के कार्यों पर फोकस किया जा रहा है जिसमे बाड़ी कार्य जारी है जिसे ग्राम की महिला समूहों द्वारा संचालित किया जा रहा है इससे उन्हें अतिरिक्त आय अर्जित कर रही है तथा स्वावलंबी और आत्म निर्भर बन रही है यही नही ग्राम की महिलाओं को अन्य उत्पाद के माध्यम से रोजगार मूलक कार्यों में संलग्न किया जाएगा जिससे उनकी आय में और इजाफा हो इसके लिए उन्होंने बाड़ी के और विस्तार किए जाने पर भी जोर दिया है वही गौठान को लेकर वन विभाग के द्वारा प्लांटेशन एवं नर्सरी होने के कारण परस्पर समन्वय नही बन पा रहा है इसके लिए प्रयास किए जा रहे है भूमि चयन होते ही स्मार्ट एवं आदर्श गौठान का निर्माण किए जाएंगे ऐसा प्रयास उनकी टीम द्वारा किया जा रहा है वही सरपंच गोपाल धींवर ने बताया कि गौ धन (गोबर) क्रय कार्य भी जारी है तथा वर्मी कंपोस्ट खाद निर्माण पर विशेष ध्यान दिए जा रहे है श्री धींवर ने चिंता व्यक्त करते हुए ग्रामीणों के मौलिक अधिकार को पहली प्राथमिकता दिए जाने और उसे पूरा करने का प्रयास बताया उन्होंने बताया कि ग्राम गोढ़ी में महाविद्यालय,स्वास्थ्य हेतु अस्पताल खोलने की योजना भी है ताकि आसपास के दस बीस ग्राम क्षेत्र के हजारों मरीजो एवं प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को अन्यंत्र न भटकना पड़े तथा वे पूरी तरह से स्वास्थ्य एवं शिक्षा के अधिकार का लाभ उठा सके राजधानी से सटे ग्राम को भी यहां शहर की भांति शिक्षा स्वास्थ्य का लाभ एक ही स्थान ग्राम गोढ़ी में प्राप्त हो यही लक्ष्य को लेकर वे आगे चल रहे है सड़क बिजली पानी पर पूरा ध्यान है इसके लिए वर्षा पूर्व 47 लाख की मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना अंतर्गत ग्राम गोढ़ी मुख्य मार्ग से तोडग़ांव तक पहुंच मार्ग निर्माण कराया गया सुगम सड़क योजनांतर्गत,34 लाख रुपये की राशि से प्राथमिक शाला से मिडिल स्कूल तक मार्ग उन्नयन कार्य संपन्न हुआ उन्होंने आगे बताया कि 14 वें वित्त की राशि से सीसी रोड एवं ग्राम में भूमिगत नाली निर्माण जिसका कार्य अपने अंतिम चरण में है पूरा किया गया है शीघ्र ही शेष कार्य पूर्ण किए जाएंगे ग्राम गोढ़ी सरपंच गोपाल धींवर ने आगे बताया कि कोरोना महामारी काल के दौरान ग्राम पंचायत गोढ़ी के समस्त पंच सरपंच ग्रामीणों के साथ खड़ा रहा उन्हें रोजगार ग्यारंटी मनरेगा के तहत सभी ग्रामीणों को रोजगार मुहैया कराया गया साथ ही कोई ग्रामवासी भूखा न सोए इसके लिए राशन व्यवस्था दुरुस्त की गई समय समय पर अन्य आवश्यकताओं की पूर्ति की जाती रही है दूसरी लहर के पूर्व टीकाकरण अभियान भी चलाया गया जिसमें समस्त ग्रामवासियों ने हिस्सा लिया उनके द्वारा किए जा रहे जनहित कार्य समस्त ग्रामवासियों के सुखदुख में सदैव साथ खड़े रहने तथा उन्हें अपना परिवारिक सदस्य मानने वाले ग्राम गोढ़ी के सरपंच गोपाल धींवर के संदर्भ में जब आम ग्रामीणों से उनके व्यक्तित्व के बारे में चर्चा की गई तो लोगों ने उन्हें सहृदय,मृदुभाषी, बताया तथा उनके मूलभूत अधिकारों,समस्याओं के निराकरण हेतु सदैव जुझारू व्यक्ति बताया यहां तक एक वृद्ध ग्रामीण ने यहां तक कह दिया कि ग्राम गोढ़ी राजनीति का वह जन्म स्थली रही है जहां से बड़े राष्ट्रीय स्तर के राजनीतिज्ञ दिए है और हमे यह प्रतीत होता है कि गोपाल धींवर केवल सरपंच पद तक सीमित रहने वाला राजनीतिज्ञ नही बल्कि भविष्य राजनीति के क्षितिज में चमकने वाला वह सितारा है जो अपने साथ ग्रामीणों का और ग्राम का नाम रौशन करेगा क्योंकि वह केवल अपने ग्राम के सीमित क्षेत्र में ही राजनीति नही करता बल्कि आसपास के कई ग्रामवासियों के दिलों में राज करता है जो उसके राजनीतिक यात्रा का मार्ग प्रशस्त करता है।
Add Comment