राजनांदगांव। वैश्विक महामारी कोरोना के चलते जनसमान्य को खाद्यान्न को लेकर हो समस्या को देखते हुए राज्य शासन के द्वारा गरीबी रेखा और अंत्योदय राशनकार्ड धारियों को अक्टूबर माह तक मुफ्त राशन वितरण करने की योजना है। जिस पर भी अब सेंध लगनी शुरू हो गई है। गरीबों को वितरित किये जाने वाले राशन को सामान्य और उच्च वर्ग के लोग भी डकारने की फिराक में हैं। अमीर और सामान्य वर्ग के लोग भी गरीबों को मिलने वाले राशन की कतार ने कूद पड़े हैं और राज्य शासन के मुफ्त राशन योजना का बेजा फायदा उठा रहे हैं। सक्षम लोग भी अब उक्त खाद्यान्न को खाने के बजाय दुकानों पर बेच रहे हैं।
जोगी कांगे्रस युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष दीपक सोनी ने राशन की कतार में खड़े सामान्य और अमीर वर्ग पर निशाना साधते हुए कहा है कि, बाजार की दुकानों में बड़ी संख्या में चांवल खपाने वाले सामान्य और अमीर वर्ग गरीबों से भी गए गुजरे हो गए हैं, जिन्होंने गरीबों के हक को भी नहीं बख्शा जो उनके हक के खाद्यान्न को बाजारों में सरेआम बेच रहे हैं और प्रशासन यह सब जानते हुए भी मूकदर्शक बना हुआ है। जिसके कारण ही इनके हौसलें सातवें आसमान पर है। यही कारण है कि राशन दुकान से मिलने वाले मुफ्त के चांवल मुंह मांगे मूल्य में बेंच रहे हैं। छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेसयुवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष दीपक सोनी ने सरकार से अपील की है कि, जो भी परिवार गरीबी रेखा के नीचे जीवन-यापन करते हो उन्हें ही बीपीएल कार्ड जारी किया जाए ना कि ऐसे परिवार को जो सक्षम हो। अनाज का एक-एक दाना उन परिवारों तक पहुंचे जो उनकी कीमत समझे और अपने घर में खाने के उपयोग करें ना कि उसे बाजार में बेचकर सरकार के इन योजनाओं का सक्षम परिवार दुरुपयोग कर रहे हैं। जिस पर लगाम लगाकर नकेल कसनी चाहिए। इसमें सरकार की कहीं ना कहीं नाकामी है जो कि गरीबों का चांवल बेचकर लोग दारू पी रहे हैं और सरकार कुंभकरणीं नींद में सोई हुई है। सरकार नींद से कब जागेगी कब पूरे प्रदेश पूर्ण शराबबंदी होगी। इस प्रकार से राज्य सरकार खुद ही अपने चुनावी घोषणा पत्र में किये गए वादों से मुकर रही है।
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