शहर-ए-कुतुब रहमतुल्लाह अलैह ‘चिराग वाले’ बाबा का उर्से-ए-पाक 20 मार्च से 24 मार्च तक हलवाई लाइन रायपुर में मनाया जायेंगा-उर्से पाक की शुरुआत 14 मार्च 2021 को रक्तदान शिविर से होगी-दरबार प्रबंधन ने इश्तेहार जारी कर प्रशासकीय कोविड-19,अनलाॅक नियमों तहत फेस माॅक्स और दो गज़ दूरी सरकारी गाइड लाइन पालन की अपील जायरिनोंं से की है..
रायपुर- हज़रत सैय्यद कुतुब शाह रहमतुल्लाह अलैह का वार्षिक सालाना उर्से-पाक मनाया जायेंगा-जो पांच दिन तक चलेंगा-20 मार्च 2021 को खादिमें आस्ताना पुजारी निवास से दोपहर ‘संदल व चादर शरीफ’ निकाली जाएगी जो आस्ताने आलिया पर पेश होगी-इसीदिन नात-ए-पाक का आयोजन रात्रि 9:00 बजे होगा-21 मार्च 2021 को महफिले समां का प्रोग्राम रखा गया है।
कोविड-19, अनलाॅक का ख़ास ख्याल करते हुए दरबार प्रबंधन ने फेस मास्क और शोसल डिस्टेंसिंग बनायें रखे बहुत ही अदबों के साथ सिर पर संदल चादर शरीफ लाने जारी इश्तेहार में प्रमुखतः से सूचना समस्त जायरिनों श्रद्धालुगणों को दी है। जहां पर दरबार है यह बहुत ही सकरी गली है-उर्स के मौके पर चाहने वाले जायरिनों की तदाद बड़ जाती है सैकड़ो जायरिनों के लिए दरबार द्वारा ऐसा प्रबंधन होता है कि किसी के साथ धक्का मुक्की तक नही होती क्योंकि बहुत ही अनुशासन तरीके से यहां पर जायरिन ज्यारत दर्शन करते है-दरबारी बाबा के चाहने वाले पूरे सड़को पर झाड़ू लगाकर सफाई करते है-यहां पर चंहूओर दुकाने है किसी भी दुकान के सामने एक कागज़ तक अल सुबह नज़र नही आता है-यहां पर दरबार प्रबंधन और युवा वर्ग साफ सफाई को हाथो हाथ कर लेता है-क्योकि उर्स पाक में भीड़ भाड़ नियंत्रित रहता है और चलने बांटने वाले लंगर के दोने आस पास पढ़े रहते है की साफ सफाई का दरबार प्रबंधन ख़ास ख्याल रखता है।
हज़रत सैय्यद कुतुब शाह रहमतुल्लाह अलैह दरबार प्रबंधन इतना बेहतर है कि ग़र कोई परेशान शुदा को कोई तकलीफ या दिक्कत परेशानी हो तो मदद के लिए खड़े हो जाते है-खिदमत गार से लेकर खादिमें आस्ताना पुजारी बहुत ही मधुर और सहयोगी के तौर पर जाने पहचाने जाते है-यह एक ऐसा दर है जायरिन श्रद्धालु दरबार निर्माण कार्य सहित आदि रखरखाव में अपनी स्वेच्छा से रखी पेटी में दान डालते रहते है।
चराग़ वाले बाबा के नाम से पहचाने जाने वाले कुतुब सरकार के आस्ताने में 24 घंटें चाहने वाले आते रहते है-और 12 मांह चराग़ जलता रहता है-यहां के तेल की तासीर से ही तमाम आफत बलायें कोसो दूर हो जाती है-इस दरबार की यह मान्यता वर्षो से चली आ रही है-हर वर्ग के लोगो की आस्था का केंद्र बिंदु दरबार की शान ही निराली है। हज़रत सैय्यद कुतुब शाह सरकार रहमतुल्लाह अलैह एक ऐसै सूफी संत की बारगाह है जहां पर हर वर्ग के लोग बहुत ही आस्था के साथ दरबार में श्रद्धालुगणों जायरिनों का निरंतर आना जाना और दुआ फातेहा होते रहती और यहां पर मन्नते मांगने वाले श्रद्धालुगणों की मन्नतें पूरी होने पर संदल व चादर शरीफ लंगरों का ऐहतमाम होता रहता है।
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