Chhattisgarh

राज्यपाल ने राष्ट्रीय विज्ञान प्रदर्शनी का किया अवलोकन देशभर के बाल वैज्ञानिकों के मॉडल बने आकर्षण का केन्द्र

राज्यपाल उइके ने बीटीआई मैदान शंकर नगर रायपुर में 46वीं जवाहर लाल नेहरू राष्ट्रीय विज्ञान, गणित एवं पर्यावरण प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। उन्होंने राष्ट्रीय विज्ञान प्रदर्शनी में लगे बाल वैज्ञानिकों के मॉडलों का अवलोकन भी किया। राष्ट्रीय विज्ञान प्रदर्शनी में देश के 27 प्रदेशों के 127 विज्ञान मॉडल प्रदर्शित किए गए हैं, जो प्रमुख आकर्षण का केन्द्र है। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय विज्ञान प्रदर्शनी में छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी सुराजी गांव योजना जिसमें नरवा, गरवा, घुरवा और बाड़ी मॉडल को चहुंमुखी कृषि विकास एवं किसान कल्याण हेतु अभिनव पहल के रूप में प्रदर्शित किया गया है। यह नयनाभिराम मॉडल बरबस ही लोगों को अपनी ओर खींच रहा है। इसके अलावा शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक शाला मंुगेली छत्तीसगढ़ की कक्षा 11वीं की छात्रा दीपांजलि नामदेव और जूली सोनकर के द्वारा प्रदर्शित मॉडल ‘कबाड़ से जुगाड’़ (गरीब पम्प) भी लोगों का ध्यान अपनी ओर खींच रहा है। इसमें स्थितिज ऊर्जा को गतिज ऊर्जा में फिर गतिज ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में बदलकर सायकल से पम्प चलाकर पानी खींचना एवं अल्प मात्रा में बिजली प्राप्त करता है।

राजधानी रायपुर में आयोजित पांच दिवसीय राष्ट्रीय विज्ञान प्रदर्शनी में 127 मॉडलों को बाल वैज्ञानिकों ने प्रदर्शित किया है। राष्ट्रीय विज्ञान, गणित एवं पर्यावरण की थीम ‘जीवन की चुनौतियों के लिए वैज्ञानिक समाधान’ विषय पर केन्द्रित बाल वैज्ञानिकों ने प्रमुख वैज्ञानिक मॉडल प्रदर्शित किए हैं। उनमें उत्तराखण्ड के बाल वैज्ञानिकों ने सिवरेज सिस्टम, उत्तर प्रदेश के छात्रों ने पेट्रोल गैस बर्नल से खाना बनाने, डिजास्टर मैनेजमेन्ट रोबोट, घर में झाडू, पोछा लगाने वाला रोबोट, चण्डीगढ़ की बालिकाओं ने पार्किन्संस के मरीज को खाने का चम्मच (स्मार्ट स्पून), मरीजों के लिए दवाई खाने का एलार्म, बीपी नापने का मशीन, दिल्ली के छात्रों ने मेडिकल एटीएम, मध्यप्रदेश के बालकों ने कोकोनट, लकड़ी का बुरादा एवं पत्ते से बायोगैस का निर्माण, गोवा के बाल वैज्ञानिकों ने बेस्ट मैनेजमेन्ट, बिहार के छात्रों ने फायर फायटिंग रोबोट एवं वेस्ट मटेरियल से कोल्ड ब्रिक्स निर्माण, सीएटी धर्मशाला के बालिकाओं ने भौतिकी के सूत्र को आसान बनाने एवं चारकोल फिल्टर, केरल के बाल वैज्ञानिकों ने न्यूमेरिकल कंट्रोल मशीन, महाराष्ट्र के छात्रों ने बहुउद्देशीय कृषि यंत्र, चण्डीगढ़ के बालकों ने केले के पौधे से रोपमेट (रस्सी, पेपर एवं बैग) बनाने, विन्डटावर तथा गुजरात के छात्रों ने बैटरी लेस इलेक्ट्रानिक कार आदि मॉडल का प्रदर्शन किया।
इस अवसर पर स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह, महापौर श्री प्रमोद दुबे, प्रमुख सचिव शिक्षा श्री गौरव द्विवेदी,एनसीईआरटी के निदेशक डॉ. ऋषिकेश देवसेनापति, संचालक राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण (एससीईआरटी) समग्र शिक्षा पी. दयानंद, संचालक स्कूल शिक्षा श्री एस. प्रकाश, कलेक्टर डॉ. एस. भारतीदासन शिक्षा विभाग के अधिकारी, शिक्षक, छात्र-छात्राएं, अभिभावक आदि उपस्थित थे।

Live Videos

Advertisements

Advertisements

Advertisements

Advertisements

Our Visitor

0510558