भुईयां की समस्या का संपूर्ण समाधान किया जाए, वरिष्ठता के आधार पर पदोन्नति मिले, बिना विभागीय जांच की एफआईआर दर्ज न हो। ऐसी नौ सूत्रीय मांगों को लेकर जिले के पटवारियों ने 14 दिसंबर को गांधी मैदान के पास प्रदर्शन किया। पटवारियों का कहना है कि शासन द्वारा कई सुविधाएं नहीं दी जा रहीं हैं, जिसके कारण उन्हें कार्य करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
धरना प्रदर्शन को संबोधित करते हुए राजस्व पटवारी संघ छत्तीसगढ़ के जिला अध्यक्ष प्रकाश साहू ने कहा कि समय के साथ ही साथ हर क्षेत्र में बदलाव आया है। पटवारी कार्य में भी कई बदलाव हुए हैं। भुईयां साफ्टवेयर के माध्यम से जमीन का रिकार्ड रखा जा रहा है। बदलते समय के साथ जो सुविधाएं पटवारियों को मिलनी चाहिए वह नहीं मिल पाई हैं। इसके कारण कार्य करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। दूरस्थ नक्सल प्रभावित वन क्षेत्र में कार्य करने वाले पटवारियों को हमेशा नक्सली हमलों का भय का रहता है। इसी तरह कई प्रशासकीय दबाव में भी पटवारियों को काम करना पड़ता है। इसके चलते पटवारियों को अतिरिक्त नक्सली भत्ता दिया जाए, ताकि कार्य सुगमता से हो सके। इसी तरह पटवारियों को मिलने वाले वेतन में भी विसंगतियां हैं। इन विसंगति को दूर किया जाए। अंत में मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा गया। प्रदर्शन में सचिव प्रवीण टिकरिहा, संरक्षक पारस चंद्राकर, उपाध्यक्ष बबीता साहू, कोषाध्यक्ष भावना घोरपड़े, सचिव संतोष शांडिल्य, संगठन मंत्री सीताराम सिन्हा, प्रचार मंत्री प्रकाश कुरैटी, फातिमा बेगम, कार्यकारी सदस्य कुसुमलता रामटेके, रामेश्वरी देवांगन, विमला साहू, प्रमोद मिश्रा सहित अन्य उपस्थित थे।
यह है मांग – भुईयां की समस्या का संपूर्ण समाधान किया जाए, वरिष्ठता के आधार पर पदोन्नति मिले, बिना विभागीय जांच की एफआईआर दर्ज न हो, फिक्स डीए, टीए दिया जाए, स्टेशनरी भत्ता, नक्सली भत्ता, मुख्यालय निवास की बाध्यता समाप्त की जाए, अतिरिक्त प्रभार हलके का भत्ता दिया जाए और वेतन वेतन विसंगति दूर की जाए।
धमतरी जिले के पटवारी नौ सूत्रीय मांगों को लेकर धरने पर बैठे

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