भीड़ भी नहीं होती ,टोकन के लिए लंबी लाइन भी नहीं लगानी पड़ती ,समय और धन दोनों की बचत
किसानों ने जताया मुख्यमंत्री का आभार
पंदर में तीन दिनों में 55 किसानों से48.15 लाख रुपए के 2574 क्विंटल धान की हुई खरीदी
बठेना में 67 किसानों से 58 लाख 52 हजार से अधिक का 3127 क्विंटल धान खरीदा गया
पंदर में किसान सुनील वर्मा और बठेना में आदित्य स्वर्णकार ने आज बेचा सबसे ज़्यादा 185 क्विंटल धान
दुर्ग/ प्रदेश में धान खरीदी का आज तीसरा दिन है।दुर्ग जिले के सभी 90 धान खरीदी केंद्रों में धान की अच्छी आवक है।कुछ नए धान खरीदी केंद्र भी अस्तित्व में आए हैं जिससे एक तरफ तो खरीदी केंद्र में दबाव कम हुआ है दूसरी तरफ किसानों को भी काफी सहूलियत हो रही है।पाटन ब्लॉक के ग्राम पंदर में 30 नवम्बर को धान खरीदी केंद्र शुरू हुआ।जिससे यहां के किसानों की पाटन पर निर्भरता खत्म हुई।नई समिति की स्थापना के लिए किसानों ने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के प्रति आभार व्यक्त किया है। टोकन के लिए नहीं लगानी पड़ी लंबी लाइन,समय पर धान तोलने का काम भी हुआ पूरा आज 185 क्विंटल धान बेचने वाले पंदर के किसान श्री सुनील वर्मा ने बताया की पहले उन्हें धान लेकर करीब 4 किलोमीटर दूर पाटन जाना पड़ता था लेकिन अब उनके गांव में ही धान खरीदी की सुविधा उपलब्ध हो गई है जिससे समय और ईंधन की भी बचत हो रही है।पहले पाटन में 8 गांव के किसान धान बेचने आते थे जिसके कारण टोकन प्राप्त करने के लिए लंबी लाइन लगानी पड़ती थी लेकिन यहां पर काफी जल्दी उनका काम हो गया।धान की तौलने का काम भी जल्दी पूरा हो गया।पंदर की श्रीमती सुलेना बाई भी आज टोकन कटवाने आईं थी उनका भी काम जल्दी पूरा हो गया।पंदर के किसान श्री हीरा सिंह वर्मा कहते हैं कि नई सोसायटी बन जाने से उनको काफी सुविधा हो रही है,समय पर बारदाने मिल जा रहे और आने जाने का समय भी बच रहा है। समिति के लिपिक सहायक श्री गजेंद्र वर्मा ने बताया कि खरीदी केंद्र पंदर में नवागांव, गुजरा और पंदर के 953 किसान पंजीकृत हैं। उन्होंने बताया कि 1और 2 दिसंबर को हुई धान खरीदी में 41 किसानों से 2574क्विंटल धान खरीदी की जा चुकी है जिसमें से 1134 क्विंटल मोटा और 340 क्विंटल पतला धान है जिनका कुल मूल्य 48.15 लाख रुपए से अधिक है।किसानों द्वारा ली गई ऋण की राशि काटकर किया गया शुद्ध भुगतान 17 लाख रुपए से अधिक और शेष भुगतान करीब 7 लाख 72 हजार है। उन्होंने बताया कि समिति को 15 हजार 139 बारदाने आबंटित किए गए थे जिसमें से 4 हजार150 बारदानों का उपयोग किया जा चुका है।प्रतिदिन 2500 से 2600 बोरा खरीदी या के हिसाब से टोकन काटा जाता है।
किसानों को मिल रहा अच्छा दाम
बठेना समिति में सिकोला के किसान श्री आदित्य स्वर्णकार ने 185 क्विंटल धान बेचा है।उन्होंने बताया कि इस बार करीब 250 क्विंटल धान की पैदावार हुई है।जिसमें से 185 क्विंटल शासकीय समिति में और बाकी मंडी में बेचेंगे।श्री स्वर्णकार ने बताया कि धान की कीमत बढ़ने से किसानों को काफी फायदा हुआ है उनकी मेहनत की कीमत मिल रही है। बठेना की सहायक समिति प्रबंधक श्रीमती अनिता वर्मा ने बताया कि अब तक1946 क्विंटल धान खरीदी की जा चुकी है और तीन दिनों में करीब 68 टोकन कटे हैं। धान उपार्जन केंद्र बठेना में ग्राम बठेना के अलावा चंगोरी, देमार और सिकोला के 1373 किसान पंजीकृत हैं।आज 31 किसानों का टोकन काटा गया।
1 दिसंबर से लेकर आज तक विगत तीन दिनों में 67 किसानों से 58 लाख 52 हजार से अधिक का 3127 क्विंटल धान खरीदा गया है।जिसके लिए किसानों को उनके कर्ज की 22 लाख 64 हजार रुपए काट कर 20 लाख 68 रुपए काशुद्ध भुगतान किया जा चुका है तथा करीब 15 लाख 20 हजार का भुगतान शेष है।
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