Chhattisgarh State

शहर के बीच से गुजरने वाले नेशनल हाईवे -53 पर रैली और जुलूस नहीं निकालने के लिए सभी संप्रदायों ने दिखाई एकजुटता

*जन सुरक्षा और आपातकालीन सेवाओं की बेहतरी के लिए सभी धर्म – संप्रदाय के प्रतिनिधियों ने दी सहमति*
*कलेक्टर ने वैकल्पिक मार्गों की मरम्मत के दिए निर्देश*
दुर्ग 25 नवंबर 2019 / दुर्ग शहर के बीच से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग 53 में होने वाली रैलियों, शोभायात्राओं और जुलूसों के लिए अब वैकल्पिक मार्ग तय किया जाएगा । कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी अंकित आनंद और पुलिस अधीक्षक श्री अजय यादव की उपस्थिति में हुई विस्तृत चर्चा के बाद सभी धर्म, समाज ,समुदाय और संप्रदाय के प्रतिनिधियों ने इस संबंध में सर्वसम्मति से अपनी सहमति प्रदान की। सभी प्रतिनिधियों ने जन सुविधा और सुरक्षा को देखते हुए अपनी सहमति प्रदान की है। बैठक में एक-एक करके सभी समुदाय के प्रतिनिधियों ने इस विषय पर अपने विचार व्यक्त किए और प्रशासन के सहयोग के लिए अपनी प्रतिबद्धता जताई। प्रतिनिधियों ने इस गंभीर विषय पर अपनी राय रखते हुए कहा कि मानव सेवा किसी भी धर्म जाति संप्रदाय से बढ़कर है। किसी भी समुदाय का उद्देश्य ट्रैफिक व्यवस्था बिगड़ना या आम नागरिकों को परेशान करना नहीं होता लेकिन रैली जुलूस और शोभायात्रा से अगर किसी भी प्रकार की अव्यवस्था उत्पन्न हो रही है तो हम सब एकजुट होकर इस समस्या का हल ढूंढने के लिए तैयार है। प्रतिनिधियों ने माना कि किसी भी प्रकार की गतिविधि से राष्ट्रीय राजमार्ग में आपातकालीन सेवाओं जैसे एंबुलेंस, फायर ब्रिगेड के सुचारू रूप से संचालन में उनकी वजह से बाधा नहीं आएगी। साथ ही आम जनता को असुविधा से बचाने, ट्रैफिक व्यवस्था सही रखने और सड़क दुर्घटना से बचाव के लिए सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया है कि सभी संप्रदाय के लोग कोशिश करेंगे कि वे राशि राजमार्गों को कम से कम बाधित करें।
उल्लेखनीय है कि दुर्ग जिले के मध्य से राष्ट्रीय राजमार्ग 53 गुजरता है जिसकी लंबाई जिसे कुम्हारी टोल प्लाजा से अंजोरा तक लगभग 40किलोमीटर है। एडिशनल एसपी, ट्रैफिक, श्री बलराम हिरवानी ने बताया कि नेशनल हाइवे 53 का यह हिस्सा प्रदेश के व्यस्ततम मार्गों में से एक है। इस मार्ग पर हर रोज सैकड़ों वाहन गुजरते हैं। इस वर्ष लगभग 160 रैलियां इस मार्ग से होकर गई है। यह आंकड़े देश के मेट्रो शहरों से भी कहीं ज्यादा है जहां साल भर में करीब 60 रैलियाँ किसी नेशनल हाइवे से होकर गुजरती हैं।
बैठक में पुलिस अधीक्षक श्री अजय यादव ने कहा कि समय-समय पर विभिन्न सामाजिक, राजनैतिक और धार्मिक संगठनों द्वारा रैली, जुलूस, शोभायात्रा, धरना प्रदर्शन आदि आयोजित किए जाते हैं । उन्होंने बताया कि इनमें से कुछ निश्चित एवं पूर्व निर्धारित होते हैं जैसे कि अलग-अलग समुदाय और धर्म संप्रदाय केे देवी देवताओं और गुरुओं की आस्था और सम्मान में निकाले जाने वाली शोभा यात्राएं और जुलूस। जिनके मार्ग परिवर्तन के लिए सभी संप्रदायों के सहयोग की जरूरत है। उन्होंने कहा कि प्रशासन और समुदाय के प्रयासों से बिना कैसे दिक्कत परेशानी के वैकल्पिक रूट पर यह आयोजन किए जा सकते हैं। इससे धार्मिक भावनाएं भी आहत नहीं होंगी और ट्रैफिक व्यवस्था भी सुचारू रूप से चलती रहेगी। इसके अलावा बैठक में अलग-अलग मुद्दों पर धरना प्रदर्शन आंदोलन और हड़ताल आदि जो पूर्व निर्धारित नहीं होते के लिए भी स्थल निर्धारित करने के संबंध में विस्तार से चर्चा की गई । पुलिस अधीक्षक ने कहा कि यातायात अव्यवस्थित होने से एक प्रांत से दूसरे प्रांत को महत्वपूर्ण सामग्री परिवहन करने वाले वाहन भी बाधित होते हैं। रैली के कारण उत्पन्न हुए जाम से निकलने के बाद कई बार टाइम मेकअप करने के चक्कर में वाहन चालक अपना संतुलन भी खो बैठते हैं जिससे कभी-कभार भयंकर दुर्घटना हो जाती है। पिछले 1 साल में 50 से अधिक दुर्घटनाएं इस नेशनल हाईवे मार्ग पर हुई है जिसमें 59 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ गई है । उन्होंने कहा कि भले ही रैलियों और जुलूसों को पूरी तरह से इसका कारण नहीं ठहराया जा सकता लेकिन दुर्घटना एक वजह यह भी हो सकती है इस बात से इंकार भी नहीं किया जा सकता। कई बार ट्रैफिक जाम हो जाने के कारण घायलों को समय में अस्पताल पहुंचाने में दिक्कतें होती हैं। ट्रैफिक में अटकने के कारण समय और इंधन भी बर्बाद होता है जिसके कारण आर्थिक क्षति तो होती ही है बल्कि प्रदूषण भी उत्पन्न होता है। ट्रैफिक जाम में दोपहिया और चार पहिया वाहन कभी-कभार गलती से एक दूसरे से टकराने लगते हैं जिसके कारण आपसी विवाद में उत्पन्न हो जाता है। इन सभी विषयों पर लंबी चर्चा के बाद सभी लोगों ने सहयोग करने के लिए सहमति जताई। बैठक में आए मीडिया के प्रतिनिधियों ने भी इस प्रयास की सराहना करते हुए पूरा सहयोग करने की बात कही।
बैठक में कलेक्टर श्री आनंद ने प्रतिनिधियों के सामने स्पष्ट किया कि इस बैठक का उद्देश्य धार्मिक रैली और जुलूसों को प्रतिबंधित करना बिल्कुल नहीं है। बल्कि सबकी सहमति से बिना किसी की भावना को चोट पहुंचाए एक विकल्प की खोज करना है ताकि नेशनल हाइवे पर ट्रेफिक व्यवस्था दुरुस्त की जा सके। उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात की बहुत खुशी है कि सभी समुदायों के लोगों ने इस गंभीर विषय पर बात की और हल निकालने के लिए अपनी सहमति जताई। पुलिस अधीक्षक श्री अजय यादव ने भी सभी प्रतिनिधियों द्वारा दे गए सहयोग के प्रति आभार व्यक्त किया।
कलेक्टर ने लोक निर्माण विभाग बिजली विभाग और नगर निगम के अधिकारियों को निर्देश दिए कि रैली जुलूस शोभा यात्रा के लिए संभावित वैकल्पिक मार्गो कि रेकी कर इस बात का पता लगाएं की कहां-कहां पर मरम्मत की जरूरत है। कलेक्टर ने बैठक में आए सभी संप्रदायों के प्रतिनिधियों को आश्वासन दिया कि कल से ही इसके लिए काम शुरू हो जाएगा। साथ ही उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जल्द से जल्द वैकल्पिक मार्गों को चिन्ह अंकित कर मरम्मत का कार्य शुरू करें। ताकि किसी भी आयोजन में देरी न हो क्योंकि प्रशासन का उद्देश्य प्रत्येक नागरिक के हितों की रक्षा के साथ-साथ उनकी धार्मिक भावनाओं का सम्मान करना भी है।

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