अंतर्राष्ट्रीय बाल अधिकार दिवस :
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अंतर्राष्ट्रीय बाल अधिकार दिवस के अवसर पर कहा कि बच्चों के अधिकार और सम्मान के लिए उतनी ही जागरूकता की जरूरत है जितनी बड़ों की। सामान्यतः बड़ों के अधिकारों पर ही बात की जाती है और बच्चे उपेक्षित हो जाते हैं। बच्चों को खुशनुमा परिवेश में निर्बाध पल्लवित होने का अवसर देना हम सबकी बड़ी जिम्मेदारी है।
श्री बघेल ने कहा कि बाल अधिकारों पर जागरूकता और पुनर्विचार के लिए ही पूरे विश्व में हर वर्ष 20 नवम्बर को अंतर्राष्ट्रीय बाल अधिकार दिवस मनाया जाता है। श्री बघेल ने कहा कि बाल अधिकारों में बच्चों की उचित देखभाल, पोषण, संरक्षण, सुरक्षा, खुशहाल परिवेश, शिक्षा और स्वास्थ्य सभी शामिल हैं। कई बार बाल श्रम, बच्चों से दुर्व्यवहार और हिंसा की घटनाएं सामने आती हैं। इसके लिए सामाजिक जागरूकता और आपसी समन्वय की आवश्यकता है। श्री बघेल ने कहा कि बाल अधिकारों के संरक्षण के लिए निरंतर काम करने की आवश्यकता है।
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