छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय सेवा योजना के शिविर ग्रामीण विकास पर केन्द्रित होंगे। इन शिविरों के लिए ग्रामीण विकास के लिए युवा थीम का निर्धारण किया गया है। इस थीम पर शिविरों में नरवा, गरूवा, घुरवा, बारी के बारे में युवाओं को जानकारी के साथ ही विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस वर्ष लगभग 800-900 शिविरों का आयोजन होगा। राज्य एन.एस.एस. अधिकारी और सचिव डॉ. समरेन्द्र सिंह की उपस्थिति में आज यहां आयोजित राज्य स्तरीय बैठक में यह निर्णय लिया गया है।
बैठक में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा राष्ट्रीय सेवा योजना के लिए राज्य स्तरीय शिविरों के लिए दस लाख रूपए, राज्य पुरस्कारों के लिए तीन लाख रूपए और पुलिस विभाग में भर्ती के लिए एन.एस.एस. के स्वयंसेवकों को दस अंक बोनस प्रदान की घोषणा हेतु आभार व्यक्त किया गया। बैठक में प्रत्येक संभाग से 3-4 युवाओं को पुरस्कृत किए जाने के लिए प्रस्ताव को भी अंतिम रूप दिया गया। साथ ही यह भी निर्णय लिया गया कि राज्य के राष्ट्रीय सेवा योजना के एक लाख युवाओं द्वारा मुख्यमंत्री के आव्हान के अनुसार नवा छत्तीसगढ़ गढ़ने के लिए हर स्तर पर उचित प्रयास किए जाएंगे।
बैठक में मुख्यमंत्री के सुझावों के अनुसार राष्ट्रीय सेवा योजना का यह वर्ष स्वर्ण जयंती वर्ष भी है। अब तक केन्द्र और राज्य शासन द्वारा पुरस्कृत युवाओं के परिचय युक्त एक स्मारिका प्रकाशित किए जाने का भी निर्णय लिया गया, जिससे उनके रचनात्मक कार्यों की जानकारी अन्य युवाओं को भी प्राप्त हो सके। राष्ट्रीय सेवा योजना के छात्र-छात्राओं द्वारा विभिन्न रचनात्मक कार्यों की छायाप्रति युक्त कैलेण्डर भी मुद्रित कराने का भी निर्णय लिया गया, जिसमें माहवार राष्ट्रीय सेवा योजना के आयोजकों की भी जानकारी अंकित रहे। राज्य में प्रतिवर्ष पंजीकृत होने वाले एक लाख स्वयंसेवकों, कार्यक्रम अधिकारियों की जानकारी एकत्र करने का भी निर्णय लिया गया।
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