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अजमेर दरगाह के लिए PM मोदी की भेजी चादर चढ़ाने पर लगे रोक, H-1B वीजा पर नई मुसीबत

अजमेर दरगाह के लिए PM मोदी की भेजी चादर चढ़ाने पर लगे रोक, क्यों SC में याचिका
Dec 22, 2025, नई दिल्ली
पीएम नरेंद्र मोदी की ओर से अजमेर दरगाह पर चढ़ाने के लिए भेजी गई चादर पर रोक लगाने की मांग वाली याचिका सुप्रीम कोर्ट में दाखिल हुई है।इसमें कहा गया है कि दरगाह पर ही विवाद है। ऐसे में उसके लिए चादर भेजना फेयर ट्रायल को प्रभावित करने जैसा है, जिस पर रोक लगनी चाहिए।
पीएम नरेंद्र मोदी की ओर से अजमेर शरीफ दरगाह के लिए चादर भेजे जाने के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल हुई है। चीफ जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस जॉयमाला बागची की अदालत में यह अर्जी पेश हुई, जिस पर तत्काल सुनवाई करने की मांग को बेंच ने खारिज कर दिया। अर्जी में कहा गया कि पीएम मोदी की ओर से ख्वाजा मुइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर चादर चढ़ाने के लिए भेजी गई है। इसे 814वें सालाना उर्स के मौके पर चढ़ाया जाना है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री किरेन रिजिजू यह चादर पीएम मोदी की ओर से चढ़ाएंगे। वहीं अर्जी में इस पर रोक लगाने की मांग की गई है।
अर्जी में कहा गया है कि अजमेर दरगाह पर पीएम मोदी की ओर से चादर चढ़ाने के लिए भेजना गलत है। ऐसा इसलिए क्योंकि यह दावा किया जा रहा है कि वहां भगवान शिव का मंदिर था और इस संबंध में अदालत में एक याचिका लंबित है। इसलिए पीएम नरेंद्र मोदी की ओर से भेजी गई चादर को चढ़ाने से रोका जाए और तत्काल अर्जी पर सुनवाई हो। इस पर चीफ जस्टिस सूर्यकांत ने कहा कि आज इस पर सुनवाई नहीं हो सकती। पूर्व में भी प्रधानमंत्रियों की ओर से अजमेर दरगाह के लिए चादर भेजी जाती रही है और पीएम मोदी ने भी उस परंपरा को कायम रखा है। ऐसी ही एक अर्जी अजमेर की अदालत में भी दाखिल की गई थी।
याची बोले- विवादित है परिसर, चादर चढ़ाना फेयर ट्रायल के खिलाफ
यह अर्जी हिंदू सेना के अध्यक्ष विष्णु गुप्ता की ओर से दाखिल की गई है। वह उस मुकदमे में भी एक पक्ष रहे हैं, जिसमें दावा किया गया है कि अजमेर दरगाह को हिंदू मंदिर तोड़कर बनाया गया है। गुप्ता की दलील है कि केंद्र सरकार की ओर से एक विवादित ढांचे पर चढ़ाने के लिए चादर भेजना गलत है। ऐसा करना न्यायिक प्रक्रिया को प्रभावित करने जैसा है। इससे फेयर ट्रायल का अधिकार भी खत्म होता है। वह भी तब ट्रायल कोर्ट में इस संबंध में मामला लंबित है। बता दें कि अजमेर दरगाह को लेकर दावे किए जाते रहे हैं और ASI सर्वे कराने की भी मांग उठी है।

H-1B वीजा पर नई मुसीबत, अमेरिकी दूतावास का एक फैसला और भारत में फंस गए हजारों NRI

Dec 22, 2025

अमेरिकी दूतावासा ने एच-1बी वीजा रिन्यू करने के लिए अपॉइनमेंट रद्द कर दिए हैं। ऐसे में वीजा रिन्यू करवाने भारत आए हजारों एनआरआई फंस गए हैं। अब वे अमेरिका भी बिना वीजा रिन्यूअल के नहीं जा सकते हैं।
अमेरिकी की इमिग्रेशन को लेकर सख्ती के बीच भारत के H-1B वीजा होल्डर लोगों के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी हो गई है। अपना वर्क परमिट रिन्यू कराने भारत आए प्रवासी अब अमेरिका लौट ही नहीं पा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक अमेरिका की सोशल मीडिया वेटिंग पॉलिसी की वजह से अब एच-1बी वीजा के लिए अपॉइनमेंट अगले साल के लिए पोस्टपोन कर दिया गया है। अब दिसंबर में होने वाले इंटरव्यू मार्च में होंगे। ऐसे में भारत आए बड़ी संख्या में एनआरआई अब यहीं फंस गए हैं।
वीजा रिन्यूअल में देरी की वजह से गूगल ने अपने कर्मचारियों को अंतरराष्ट्रीय यात्रा से बचने की सलाह दी है। वॉशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिकी दूतावास ने जिन भारतीयों के अपॉइनमेंट 15 से 26 दिसंबर के बीच तय किए थे, उनके अपॉइनमेंट बिना किसी पूर्व सूचना के ही रद्द कर दिए गए।

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