फर्जी ज्वेल लोन मामले में इंडियन ओवरसीज बैंक में करोड़ों का घोटाला, आरोपी प्रबंधक सुनील समेत दो लिपिक खेमन और योगेश गिरफ्तार
गरियाबंद: इंडियन ओवरसीज बैंक की गरियाबंद जिले की राजिम शाखा में 1.65 करोड़ रुपए की ज्वेलरी लोन घोटाले में एंटी करप्शन ब्यूरो ने बड़ी कार्रवाई की है. ईओडब्ल्यू ने तत्कालीन बैंक प्रबंधक सुनील कुमार को बिहार और लिपिक खेमन लाल कंवर, लिपिक योगेश पटेल को गिरफ्तार किया है. यह गिरफ्तारी पूर्व में पकड़ी गई सहायक प्रबंधक अंकिता पाणिग्रही से हुई पूछताछ के बाद मिले इनपुट के आधार पर की गई है. आरोपियों ने मिलकर कुल 11 किसानों के नाम पर फर्जी ज्वेल लोन निकालकर खुद को फायदा पहुंचाया था. ये पूरा मामला 2022 का है.
गरियाबंद जिले की राजिम शाखा में 1.65 करोड़ की ज्वेलरी लोन घोटाला मामले में ईओडब्ल्यू ने अपराध क्रमांक 01/2023 के तहत दर्ज किया था. बैंक की तत्कालीन सहायक प्रबंधक अंकिता पाणिग्रही, प्रबंधक सुनील कुमार और लिपिकों ने मिलकर कुल 11 किसानों के नाम पर फर्जी ज्वेल लोन निकालकर उस रकम को अपने बैंक एकाउंट में ट्रांसफर कर खुद को फायदा पहुंचाया था.
खाता धारकों को जब इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने इसकी शिकायत ईओडब्ल्यू से की थी. शिकायत को एसीबी चीफ अमरेश मिश्रा ने गंभीरता से लिया. 8 अप्रैल को ईओडब्ल्यू ने ओड़िसा में रेड कार्रवाई कर तत्कालीन सहायक प्रबंधक अंकिता पाणिग्रही को गिरफ्तार किया था.
अंकिता ने पूछताछ में इस पूरे घोटाले में प्रबंधक सुनील कुमार और लिपिक खेमन लाल कंवर व लिपिक योगेश पटेल के शामिल होने की बात कबूल की थी. ईओडब्ल्यू की टीम ने आरोपी प्रबंधक सुनील कुमार को बिहार से पकड़ा है. दोनों लिपिक खेमन लाल कंवर और योगेश पटेल को भी गिरफ्तार किया गया. तीनों आरोपियों को पुलिस रिमांड में लेकर उनसे इस बारे में पूछताछ की जा रही है.
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