रायपुर। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की करारी हार के बाद दिल्ली में हार के कारणों की समीक्षा के बीच इधर रायपुर में कांग्रेस की कलह फूट पड़ी। पार्टी के आदिवासी नेता पूर्व विधायक बृहस्पत सिंह ने पार्टी के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया। उन्होंने हार के लिए पार्टी की प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा और पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव को जिम्मेदार ठहरा दिया है। उनके इस बयान से राज्य की सियासत में खलबली मच गई है। खास बात ये है कि बृहस्पत का टिकट कटा था तब भी उन्होंने सिंहदेव को निशाने पर लिया था। इसके बाद टिकट वितरण के मामले को लेकर सैलजा पर गंभीर आरोप वाला आडियो सामने आ गया था। लेकिन हार के बाद कलह तेजी से खुलनी शुरू हो गई है।
बृहस्पत के आरोप- बृहस्पत सिंह ने कहा है कि कुमारी शैलजा टीएस सिंहदेव को हीरो बनाने में लगी हुई थीं। बृहस्पत सिंह ने कुमारी शैलजा को पद से हटाए जाने की मांग भी कर दी है। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि अमित शाह से मिलने के बाद टीएस सिंहदेव लगातार कांग्रेस के खिलाफ ही बयान दे रहे थे। चार पन्ने की चिट्ठी लिखकर उन्होंने सभी कांग्रेस विधायकों और मंत्रियों के घर पर भाजपा से प्रदर्शन करवा दिया। कांग्रेस की घोषणा पत्र को लेकर भी टीएस सिंहदेव ने वादे पूरे नहीं होने की बात कह दी। और तो और 22 विधायकों की टिकट कटने की बात कह दी। इससे सभी विधायक अपने क्षेत्र छोड़कर नेताओं के पीछे घूमने लगे। पार्टी को बुरी तरह से पराजय का सामना करना पड़ा। जिन 22 विधायकों के टिकट काटे उनमें से 15 सीटें कांग्रेस हार गई। यह 15 सीटें कांग्रेस जीतने की स्थिति में थी। बृहस्पत सिंह ने कांग्रेस की हार के लिए प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा और पूर्व
मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव को जिम्मेदार ठहराया। साथ ही कांग्रेस नेतृत्व से हार की समीक्षा करने की मांग भी की। कांग्रेस नेता कन्हैया अग्रवाल और जागेश्वर राजपूत ने पूर्व विधायक बृहस्पत सिंह को कांग्रेस से तत्काल प्रभाव से निष्कासित करने की मांग करते हुए कहा कि कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी राष्ट्रीय महासचिव कुमारी सेलजा और पूर्व उपमुख्यमंत्री टी एस सिंहदेव के खिलाफ लगाए गए गंभीर आरोपों के बाद तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को कमजोर करने का काम पूर्व विधायक बृहस्पत सिंह ने ही प्रारंभ किया था जब उन्होंने प्रदेश के वरिष्ठ मंत्री टी एस सिंहदेव पर हत्या का आरोप लगाया था, गंभीर आरोप लगाने के बावजूद बृहस्पत सिंह पर कार्यवाही नहीं किए जाने के कारण कांग्रेस में अनुशासनहीनता और असंतोष लगातार बढ़ा।
बृहस्पत सिंह पर कार्रवाई नहीं किए जाने का ही परिणाम है कि आज बृहस्पत सिंह ने कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव छत्तीसगढ़ की प्रभारी कुमारी सेलजा पर भी झूठे और मनगढ़ंत गंभीर आरोप लगाए हैं ऐसे में तत्काल कार्रवाई नहीं किए जाने से अनुशासनहीनता लगातार और बढ़ेगी।
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