मणिपुर और मध्य प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लागू किया जाए…
मनेंद्रगढ़ (छत्तीसगढ) 21 जुलाई 2023, अच्छे दिनों के वादा के साथ सत्तारूढ भारतीय जनता पार्टी सता संभालते ही जो आदिवासी समुदाय जिनके पैरों के नीचे खनिज संपदा, जल जंगल और जमीन है, वहीं देश की विकास के नाम पर जिनके साथ कहर ढाया जा रहा है। देश में जिन वर्गो की उत्पीड़न के लिए विध्वंस कारी तत्व सक्रिय हैं, जिनके कृत्य को पूरे दुनिया देख रही है, यह साफ है कि मणिपुर राज्य में बीते दिनों वहां के मूल निवासी कुकी समुदाय के दो आदिवासी महिलाओं को निर्वस्त्र कर सैकड़ों की भीड़ में घुमाया गया। जिसके शर्म से देश का सिर झुक गया है, अमूमन मणिपुर सहित पूरे देश में खौपनाक मंजर पैदा हो गया है। वहीं मौजूदा हालात में देश का सतारूढ़ केन्द्र सरकार मूक दर्शक बनी हुई है। जिसे लेकर सारे सवाल जहां के वहां पड़े हैं। जहां मूल निवासी आदिवासी समुदाय आज वास्तविक न्याय से दूर होते जा रहा है। देश के भीतर आदिवासी समुदाय जिनका स्थिति भयावह होते जा रहा है। वहीं बहुसंख्यक आदिवासी समुदाय के बीच दुर्भावना पैदा किया जा रहा है जो घातक है। उन्हें चक्रव्यूह में फंसाया जा रहा है। मध्य प्रदेश जिला सीधी में एक आदिवासी युवक के उपर पेशाब करना, मध्य प्रदेश डिंडोरी के आदिवासी छात्राओं के पीने के पानी बोतल में पेशाब मिलाना, शिवपुरी में मैला खिला कर कालिख पोतना जैसे घटना इन वर्गों के साथ हो रहा है।जो अमानवीय कृत्य है, जिसका हमारी पार्टी कड़ी शब्दों में निंदा करती है। मणिपुर और मध्य प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लागू किया जाए।
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