प्रबंध संचालक समग्र शिक्षा ने प्रदेश के 10 जिलोें में संचालित निखार योजना के परियोजना के तहत संचालित कार्यो में तेजी लाने के निर्देश जिला शिक्षा अधिकारियों, जिला मिशन समन्वयक और डाईट के प्राचार्यो को दिए हैं। जिले में जिला शिक्षा अधिकारी को इस कार्यक्रम में नोडल अधिकारी को जिम्मेदारी दी गई है। जिला शिक्षा अधिकारियों को जिला स्तर पर आवश्यक सहयोग लेकर एक कुशल टीम बनाकर इस कार्यक्रम को निर्धारित मापदंडों के अनुसार संचालन को कहा गया है।
राज्य के दस जिलों बीजापुर, कांकेर, महासमुन्द, गरियाबंद, बलौदाबाजार, रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, जांजगीर-चांपा और कोरबा जिलों में कक्षा 8वीं और 9वीं के बच्चों में अधिगम में सुधार लाने के लिए निखार कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत दस जिलों के 7 हजार 223 स्कूल, 28 हजार 892 शिक्षक और 3 लाख 79 हजार 158 विद्यार्थी है। इसमें 2 हजार 26 सेकेण्डरी स्कूल स्तर के 8 हजार 104 शिक्षक और एक लाख 96 हजार 890 विद्यार्थी है। इसी प्रकार प्रारंभिक स्तर पर 5 हजार 197 स्कूल के 20 हजार 788 शिक्षक और एक लाख 82 हजार 268 विद्यार्थी शामिल है।
प्रबंध संचालक द्वारा संबंधितों को निर्देशित किया गया है कि जिले के शालाओं में कक्षा 8वीं में राज्य स्तरीय आकलन में प्रश्न, अवधारणा आधारित होंगे। अतः निखार के माध्यम से बच्चों की पूर्व अवधारणाओं को स्पष्ट किया है तो बच्चों को प्रश्नों को हल करने में दिक्कत नही आएगी। कक्षा 9वीं का राज्य स्तरीय आकलन दिसम्बर माह में प्रस्तावित किया जा रहा है। अतः आगामी अर्धवार्षिक परीक्षा तक कक्षा 9वीं तक नियमित पाठ्यक्रम करवाया जाए। पाठ्यक्रम पढ़ाते समय प्रत्येक अवधारणा के लिए उसकी मूल बाते (बेसिक) को निखार से जोड़ते हुए बच्चों से अभ्यास पुस्तिकाओं पर कार्य करवाया जाए, ताकि कक्षा 9वीं की संकल्पना (कॉनसेप्ट) को समझने में आसानी होगी। अध्ययन करवाते समय सप्ताह में कम से कम एक दिन निखार पर आधारित उन बिन्दुओं को, जिन्हंे कक्षा 9वीं के स्तर के मुद्दों पर समझ के लिए जानना आवश्यक है, उसे अवश्य पूरा करवाएं। कक्षा 8वीं में भी राज्य स्तरीय आकलन के बाद माह दिसम्बर तक कक्षा 8वीं और उससे जुड़ी मूल बाते अवधारणाओं पर निखार दिवसवार पठन, अभ्यास सामग्री के अनुसार कार्य करवाया जाए। माह जनवरी 2020 में समापन कैम्प चरण के लिए छह दिन देते हुए एडंलाइन करवाया जाएगा। एडंलाइन तक की अवधि तक इस प्रक्रिया के पालन करने के बच्चों की उपलब्धि में सुधार आएगा।
जिला स्तर की तीनों संस्थाओं को मिलाकर बच्चों की उपलब्धि में सुधार के लिए ठोस प्रयास करें। माह जनवरी 2020 तक सभी शालाओं में तीन चरण के अध्यापन कार्य को पूरा कर लिया जाए। सभी शालाओं में दर्ज सभी बच्चे निखार कार्यक्रम में सक्रिय सहभागीता करें। प्रत्येक बच्चे द्वारा अभ्यास कार्य को पूरा कर लिया जाए और अभ्यास पुस्तिका को शिक्षकों द्वारा जांच कर सुधार कार्य करवाया जाएगा। जिला स्तर पर कार्यक्रम की सघन मॉनिटरिंग की व्यवस्था करने को भी कहा गया है।
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