रायपुर/ देश मे स्वास्थ्य के अभाव में प्रतिदिन 4 लाख से ज़्यादा कोरोना केस सामने आ रहे हैं और तो और प्रतिदिन 4 हज़ार से ज़्यादा लोगो की दम तोड़ने वाली ख़बरे भी लगातार आ रही है लेकिन इसी बीच मोदी सरकार की अपनी महत्वाकांक्षी सेंट्रल विस्टा परियोजना का कार्य जारी रखे हुए है इस परियोजना को आवश्यक सेवा कार्य घोषित कर इस कोरोना त्रासदी में भी इसका काम बिना रुके जारी है दिल्ली में जहाँ कम्लीट लॉक डाउन है वही सेन्ट्रल विष्टा को 180 वाहनों की अनुमति दे कर कॉम्लीट लॉक डाउन को ध्वस्त कर दिया गया है अगर इन संसाधनों का प्रयोग महामारी से निपटने में किया जाता तो देश में बिना ऑक्सीजन के मरने वालों का आंकड़ा इतना नहीं बढ़ता लेकिन पीएम नरेंद्र मोदी को शायद इन मरने वालों से कोई सहानुभूति नहीं है।
इम्तियाज़ हैदर ने बताया कि आज देश मे हॉस्पिटल्स, आईसीयू, ऑक्सीजन, वैक्सीन और दवाओं की किल्लत है। देश इस वक्त महामारी से जूझ रहा है। देश के ज्यादातर राज्यों में लॉकडाउन है, देश के अस्पतालों में संसाधनों का आभाव है लाशों के अंतिम संस्कार के लिए लम्बी लाइने लगी है लोग अंतिम संस्कार का खर्च वहन नहीं कर पाने की वजह से लाशो को गंगा में बहा रहे है ये उत्तर प्रदेश सरकार और पीएम नरेंद्र मोदी की नाकामी का जीता जागता सबूत है इन सब के बावजूद मोदी के सपनो का महल सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट में कंस्ट्रक्शन जारी है।
देश में वेक्सीन की भारी किल्लत है और हमारे प्रधानमंत्री विदेशो में वेक्सीन बांटकर विश्व गुरु बनने का ख्वाब देख रहे है आपको ज्ञात होना चाहिए की 69 देशो को 583 लाख वेक्सीन दी गयी है जिसमे बांग्लादेश भूटान म्यांमार नेपाल मालदीव श्रीलंका बहरीन ओमान अफगानिस्तान कुवैत इजिप्ट जैसे देश शामिल है जिसमे 338.4 लाख वेक्सीन बेचीं गयी है आज उसी वेक्सीन की किल्ल्त की मार भारत के लोग झेल रहे है यह अत्यंत शर्मनाक बात है
वही आज की परिस्थिति में एक तरफ़ जहाँ छत्तीसगढ़ की कांग्रेस की भूपेश बघेल जी की सरकार कोरोना से लोगो को बचाने व अच्छे से व्यवस्थाएं मुहैया कर रही है जिससे स्वास्थ्य में कोई भी कमी ना रहे छत्तीसगढ़ के संवेदनशील मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ में निर्माणाधीन नया मुख्यमंत्री निवास, राजभवन, विधानसभा भवन, मंत्रियों व वरिष्ठ अधिकारियों के आवास और नए सर्किट हाउस के निर्माण कार्यो पर रोक लगा दी है वही दूसरी तरफ खुद को देश का प्रधानसेवक कहने वाले प्रधानमंत्री ऐसी आपदा में भी 20 हज़ार करोड़ से भी ज़्यादा खर्च करके अपने निवास स्थान को आवश्यक सेवा कार्य का दर्जा देते हुए बनवा रहे हैं, प्रधानमंत्री को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से सीख लेना चाहिए और देश के प्रति ईमानदारी का परिचय देते हुए सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट पर रोक लगाकर इसके संसाधनों का उपयोग जनता के स्वास्थ्य की सुविधाओं के लिए किया जाना चाहिए ताकि देश कोरोना महामारी से निपट सके।
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