साहित्यकार आज का दर्पण होता है- एसपी जीआरपी
नवेद आलम
गोरखपुर, उत्तर प्रदेश।
इंडिया पोस्ट कार्ड एवं हाजी वजीर वेलफेयर फाउंडेशन के तत्वावधान कवि सम्मेलन एवं मुशायरे व सम्मान समारोह का आयोजन हैप्पी मैरिज हाउस नसीराबाद मे किया गया। जिसकी शुरुआत एसपी जीआरपी डॉक्टर बृजेश कुमार सिंह और हाजी वजीर वेलफेयर फाउंडेशन के संस्थापक शमशाद आलम एडवोकेट ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित करके किया। इस अवसर पर एसपी जीआरपी डॉक्टर बृजेश कुमार सिंह ने कहा जो साहित्यकार होता है समाज का दर्पण होता है । शमशाद आलम ने कहा समाज के हर पहलुओं से साहित्यकार ही आमजन तक स्कूल का काम करता है।
निशा राय ने सरस्वती के साथ कवि सम्मेलन की शुरुआत की।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए रामप्रकाश बेखुद ने पढ़ा,,
बात तो जब है छतें प्यार की डाली जाऐं
घर की दीवार से ईंटें न निकाली जाऐं
पंडित भूषण त्यागी ने पढ़ा…
देश की सरहद है तुम्हें आवाज देती हैं
लोगों ने खूब तालियां बजाई।।
उबर फारूकी ने पढ़ा….
इक तसव्वुर है जो रखता है मेरा दिल बेचैन
एक चेहरा है जो रोने नहीं देता मुझको
फ़ैज़खुमार बाराबंकवि ने पढ़ा….
तुम्हें नाखुदा को जगाना पड़ेगा…
सफ़ीना भंवर से बचाना पड़ेगा…
निशा राय ने पढ़ा…
कुछ नयन ने कहा कुछ नयन ने सुना
हँस दिए दो नयन दो लजाते रहे
अजय अटल ने पढ़ा….
ग़रीबी में अमीरी से भी बेहतर हल निकलता है
कोई चलता है कारों में कोई पैदल निकलता है
मिन्नत गोरखपुरी ने पढ़ा….
उसके किरदार में कुछ ऐसा हुनर है “मिन्नत”!
वो अगर चाहे तो हो जाए ज़माना उसका!!
मुजीब सिद्दीकी मौज ने पढ़ा….
जो दोस्ती में तकाज़ों की बात आएगी!
तो आस्तीन के सापों की बात आएगी!!
इसी कड़ी में स्मिता श्रीवास्तव,सैम्या यादव, दीदार बस्तवी, अब्दुल वकार ने काव्य पाठ किया।
कार्यक्रम के संयोजक जफर खान ने बताया कि स्वर्गीय डॉक्टर रजनीकांत श्रीवास्तव नवाब, डॉ राजीव केतन, सज्जाद अली राइन, इकरार अहमद, अमित मोदी, नितिन मातनहेलिया, आरजे अंम्बर,आदि को सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर सरदार जसपाल सिंह, ई. फारूक आजम,प्रवीण श्रीवास्तव, मोहम्मद इमरान,विजय श्रीवास्तव, सुधीर झा, मोहम्मद आकिब, हाजी जलालुद्दीन कादरी, नवेद आलम, मोहम्मद आजम, मोहम्मद रजि, शाकिर अली सलमानी आदि उपस्थित रहे।
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