COVID-19 cases globally are on track to rise for a fourth consecutive week, the World Health Organization (WHO) reported on Friday.
After six weeks of decline in January and February, cases are now increasing in most regions of the world. Meanwhile, deaths are falling, though at a slower rate.
“These are worrying trends as we continue to see the impact of variants, opening up of societies, and inequitable vaccine rollout”, said WHO chief Tedros Adhanom Ghebreyesus, speaking during his regular briefing from Geneva.
More than 21.4 confirmed cases of COVID-19 were recorded as of Friday, including some 2.6 million deaths.
Keep using AstraZeneca vaccine
WHO is also urging countries to continue using the Oxford-AstraZeneca vaccine.
The agency’s Global Advisory Committee on Vaccine Safety met this week to review data on the vaccine, after reports of blood clotting in some people who had received it.
The committee announced its conclusion on Friday that the available data do not suggest any overall increase in clotting conditions, such as deep venous thrombosis or pulmonary embolism, following administration of the vaccine.
With advice that largely echoed the crucial European Medicines Agency (EMA) report on Thursday, following the decision by many European countries to suspend use of the AstraZeneca shots, the WHO vaccine safety committee said the jabs had “tremendous potential to prevent infections and reduce deaths”.
“Reported rates of thromboembolic events after COVID-19 vaccines are in line with the expected number of diagnoses of these conditions”, the committee said in its statement.
“Both conditions occur naturally and are not uncommon. They also occur as a result of COVID-19. The observed rates have been fewer than expected for such events.”
Tedros said the AstraZeneca vaccine is especially important because it accounts for more than 90 per cent of stocks being distributed through COVAX, the global vaccine equity initiative.
Mayors appeal for vaccine equity
During the WHO briefing, mayors from three major cities appealed for greater equity in the production and distribution of COVID-19 vaccines to protect people everywhere and end the pandemic.
“If you could prioritize the sharing of the surplus doses procured by rich countries, that will help us so that we can get more of the vaccine”, said Mohammed Adjei Sowah, Mayor of Ghana’s capital, Accra.
“The second recommendation also is that if you will accelerate the technology transfers of vaccines for other manufacturing countries also to take up, so that we can have more of the vaccines and then we will be able to reach herd immunity as quickly as possible.”
While acknowledging the “miracle” of developing the new vaccines within a year, Claudia Lopez, Mayor of Bogotá, Colombia, remarked “nonetheless, we see that right now there is a lack of global production capacity so that there is greater access”.
Speaking in Spanish, she stressed that countries and cities need to “have the knowledge”, for both the short and long term, “so that they can produce different types of vaccines, not only COVID vaccines.”
Although the pandemic’s toll on Freetown, Sierra Leone, which has recorded just over 2,200 cases and 80 deaths, might be less than on other cities, Mayor Yvonne Aki-Sawyerr said the economic impact has been significant.
“What we don’t want to see is greater inequality being driven by the inequality of a vaccine rollout”, she warned. “And this is really a possibility.”
Media briefing on #COVID19 with @DrTedros https://t.co/MB50KRu9Ac
— World Health Organization (WHO) (@WHO) March 19, 2021
"Yesterday, I had the honour of addressing the @c40cities network, which connects 97 of the world’s biggest cities, representing more than 700 million people"-@DrTedros #VaccinEquity https://t.co/OhWptwTp4S
— World Health Organization (WHO) (@WHO) March 19, 2021
कोविड-19: ऐस्ट्राज़ेनेका वैक्सीन में संक्रमण व मौतों की रोकथाम करने की ‘बड़ी सम्भावनाएँ’
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने ऑक्सफ़र्ड-ऐस्ट्राज़ेनेका वैक्सीन दिये जाने के बाद कुछ लोगों में रक्त के थक्के जमने की शिकायतों से उपजी चिन्ताओं का संज्ञान लेते हुए, देशों से इस वैक्सीन का इस्तेमाल जारी रखने की सिफ़ारिश की है. वैक्सीन सुरक्षा पर यूएन स्वास्थ्य एजेंसी की एक वैश्विक सलाहकार समिति ने दोहराया है कि ऐस्ट्राज़ेनेका वैक्सीन से होने वाले फ़ायदे, उसके जोखिमों से कहीं ज़्यादा है. साथ ही इस वैक्सीन में, कोविड-19 संक्रमण और मौतों की रोकथाम करने के लिये बहुत सम्भावनाएँ है.
ऑक्सफ़र्ड-ऐस्ट्राज़ेनेका वैक्सीन की योरोप में दो करोड़ ख़ुराकें और भारत में ढ़ाई करोड़ से ज़्यादा ख़ुराकें दी जा चुकी हैं.
वैक्सीन पाने वाले कुछ लोगों में रक्त के थक्के जमने की चिन्ताओं के कारण, अनेक योरोपीय देशों ने, वैज्ञानिक समीक्षा होने तक, वैक्सीन का टीकाकरण स्थगित कर दिया था.
वैक्सीन सुरक्षा के मुद्दे पर विश्व स्वास्थ्य संगठन की वैश्विक सलाहकार सह-समिति की इस सप्ताह बैठक हुई.
इस बैठक में ऐस्ट्राज़ेनेका वैक्सीन पाने वाले लोगों में रक्त के थक्के जमने और प्लेटलेट संख्या गिरने के मामलों पर जुटाए गए आँकड़ों की समीक्षा की गई.
यूएन स्वास्थ्य एजेंसी प्रमुख ने शुक्रवार को जिनीवा में पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए बताया, “समिति का निष्कर्ष है कि अभी तक उपलब्ध आँकड़े यह नहीं दिखाते कि ऑक्सफ़र्ड-ऐस्ट्राज़ेनेका कोविड-19 वैक्सीन को दिये जाने के बाद, रक्त के थक्के जमने की अवस्थाओं में बढ़ोत्तरी हुई हो.”
इसके परिणामस्वरूप, समिति की सिफ़ारिश है कि ऐस्ट्राज़ेनेका कोविड-19 वैक्सीन से होने वाले फ़ायदे, उसके जोखिमों से कहीं ज़्यादा है. साथ ही इस वैक्सीन में, कोविड-19 संक्रमणों और मौतों की रोकथाम करने के लिये बहुत सम्भावनाएँ हैं.
यूएन स्वास्थ्य एजेंसी ने स्पष्ट किया कि कोविड-19 वैक्सीन की सुरक्षा के सम्बन्ध में उपजी चिन्ताओं को समझा जा सकता है.
यूएन एजेंसी के मुताबिक किसी भी औषधि या वैक्सीन के साथ जुड़ा सवाल ये है कि क्या टीका लगवाने का जोखिम, उस रोग के जोखिम से ज़्यादा या कम है, जिसकी रोकथाम के लिये वैक्सीन लगाई जा रही हो.
“इस मामले में, कोविड-19 एक घातक बीमारी है और ऑक्सफ़र्ड-ऐस्ट्राज़ेनेका वैक्सीन इसकी रोकथाम कर सकती है. यह भी याद रखना अहम है कि कोविड-19 के कारण भी रक्त के थक्के जम सकते हैं और प्लेटलेट संख्या में कमी आ सकती है.”
“हम देशों से इस महत्वपूर्ण कोविड-19 वैक्सीन का इस्तेमाल जारी रखने का आग्रह करते हैं.”
संक्रमणों में बढ़ोत्तरी
ऐस्ट्राज़ेनेका वैक्सीन, इस नज़रिये से भी अहम है क्योंकि, संयुक्त राष्ट्र की कोवैक्स पहल के तहत 90 प्रतिशत यही वैक्सीन वितरित की जा रही है.
कोरोनावायरस संक्रमण के अब तक 12 करोड़ 14 लाख मामलों की पुष्टि हो चुकी है, और 26 लाख 84 हज़ार लोगों की मौत हुई है.
इस वर्ष जनवरी और फ़रवरी महीनों में छह हफ़्तों तक संक्रमणों में आई गिरावट के बाद, कोविड-19 के मामलों का बढ़ना लगातार चौथे हफ़्ते जारी रही.
फ़िलहाल, मौतों की संख्या में अब भी कमी दर्ज की जा रही है, लेकिन इसकी दर धीमी हुई है.
कोविड-19 संक्रमणों में बढ़ोत्तरी अधिकतर क्षेत्रों में दर्ज की गई है.
यूएन स्वास्थ्य एजेंसी के महानिदेशक टैड्रॉस एडहेनॉम घेबरेयेसस ने बताया कि वायरस के नए प्रकारों, समाजों में जनजीवन की शुरुआत और वैक्सीनों के असंगत वितरण, का असर दिखाई देना एक चिन्ताजनक रुझान है.
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