Chhattisgarh

मोहम्मद आरिफ को “वक्ता मंच” द्वारा “रचनाकार सम्मान समारोह” के दौरान सम्मानित किया गया

मोहम्मद आरिफ को प्रदेश के सम्मानित “सामाजिक व साहित्यिक मंच वक्ता मंच” ने वागीश्वरी सम्मान से सम्मानित किया।

छत्तीसगढ़- रायपुर –17 अक्टूबर 2021 को वक्ता मंच द्वारा प्रदेश की राजधानी रायपुर में स्थित “आनंद समाज वाचनालय” में “वक्ता मंच”द्वारा आयोजित विराट समारोह “रचनाकार सम्मान समारोह” में मोहम्मद आरिफ को “वागीश्वरी सम्मान” से सम्मानित किया गया। इस मौके पर वक्ता मंच ने 101 रचनाकारों को सम्मानित किया यह सम्मान तीन वर्गों- वागीश्वरी, सरस्वती एवं वीणापानी में प्रदान किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री व रायपुर ग्रामीण विधायक सत्य श्री सत्यनारायण शर्मा मौजूद रहे। कार्यक्रम में रायपुर, माना, दुर्ग, बिलासपुर, राजिम, रायगढ़, जांजगीर, चंपा, कोंडागांव, देवभोग, कोरबा, नवापारा बेमेतरा, राजनंदगांव, बालोद, चंपारण, बालोद बाजार तथा अन्य विभिन्न विभिन्न स्थानों से साहित्यकार उपस्थित थे। वक्ता मंच के अध्यक्ष राजेश ने कहा कि छत्तीसगढ़ में तीनों भाषाओं में छत्तीसगढ़ी, उर्दू तथा हिंदी में मजबूत लेखन कार्य हो रहा है तथा लेखन को मंच नहीं मिल पा रहा है। वक्ता मंच छुपी, दबी हुई प्रतिभाओं को समाज के सामने मंच देकर लाने की कोशिश कर रहा है। इस मौके पर बहुत से लोग मौजूद थे -अध्यक्ष राजेश पराते अमरनाथ त्यागी, शुभम साहू, रिकी बिंदास, राजेश साफिर आलिम नकवी, रोशन कुमार, मधु (प्रधानाचार्य प्राइमरी स्कूल) तथा अन्य लोग मौजूद थे। मोहम्मद आरिफ को सम्मान मिलने पर बहुत से लोगों ने शुभकामनाएं दी जैसे:– जनाब काविश हैदरी (वरिष्ठ शायर) जनाब यूसा रायपुरी साहब (शायर), आलिम नकवी (शायर), राकेश साफिर(कवि), रिकी बिंदास (शायर कवि), मोहम्मद चांद (एजुकेशन मेंटर दिल्ली गवर्नमेंट), मोहम्मद आबिद (ऑनर काका इंडस्ट्री), अनुराग सैनी( वायुयान अभियंता), राजीव राज (वरिष्ठ वायुयान अभियंता-जनरल मैनेजर) आदि। मोहम्मद आरिफ ने अपनी ग़ज़ल के कुछ खूबसूरत शेर खूबसूरत अंदाज में प्रस्तुत किए :–

बातों बातों में वो गुफ्तार समझ लेते हैं,
गर्दिश ए वक्त की रफ्तार समझ लेते हैं//

हम कई बार मिले उनसे जरूरी तो नहीं/
इक मुलाकात में किरदार समझ लेते हैं//… ..मोहम्मद आरिफ

बिजली भी कड़कती है बादल भी गरजता है//
दोनों ही दोनों ही सदाओ पर इंसान बहकता है//

दुश्मन मेरे वतन को जब आंख भर के देखें/
एक रग-रग में लहू मेरा कुछ और उबलता है//

देखी जो मोहब्बत में उस हुस्न की दिलदारी/
“आरिफ़” ये मेरा मन भी रह-रहकर मचलता है//….मोहम्मद आरिफ

Follow us on facebook

Live Videos

Breaking News

Advertisements

Advertisements

Advertisements

Advertisements

Our Visitor

0483398