Raipur। छत्तीसगढ़ में वन विभाग के दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी, वाहन चालक, कम्प्युटर आपरेटर, कार्यालय सहायक, दैनिक श्रमिक, डाटा एन्ट्री आपरेटर, तेन्दुपत्ता गोदाम सुरक्षा श्रमिक, सुरक्षा श्रमिको का धरने का पांचवा दिन भी जारी रहा। दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों नें छत्तीसगढ़ दैनिक वेतन भोगी वन कर्मचारी संघ के बैनर तले 09 सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चित कालीन हड़ताल में बैठे है और पंद्रह अगस्त के तूता- माना के धरना स्थल पर ही दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों ने ध्वजारोहण किया है। दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों ने वन मंत्री से अपने नियमितीकरण स्थायीकरण सहित 09 सुत्रीय मागों को लेकर डंटे हुए है। प्रधान मुख्य वन संरक्षक जी ने 16 अगस्त को संगठन के प्रतिनिधियों को बुलाया है। अब देखना यह है कि प्रधान मुख्य वन संरक्षक दैनिक वेतन भोगियों का मांग कितना जल्दी पुरा करता है।
प्रदेशाध्यक्ष रामकुमार सिन्हा ने बताया कि तूता माना धरना स्थल में पानी, शौंचालय की बहुत ही परेशानी हो रही है। तूता माना से धरना स्थल हटाया जाना चाहिये। वन, मंत्री जी हमारे मांगों पर कोई ध्यान नही दे रहे है जबकी ऐसे तो अनेक मांग है जो वन मंत्री जी स्वयं निर्णय ले सकते है, लेकिन आज तक निर्णय नही लिये है जिसके कारण दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों में काफी नराजगी है। भारत स्वतंत्र हो गया लेकिन दैनिक वेतन भोगी स्वतंत्र नही हो पाये है, आज भी स्थिति बंधुआ मजदूर जैसा स्थिति है संगठन के सदस्यों ने निर्णय लिया है कि जब तक नियमितीकरण, स्थायीकरण, कार्यभारित आकस्मिकता सेवा नियम लागु करने सहित अन्य मांगों को पूरा कराकर ही हम हड़ताल से हटेंगें कहा। देखना यह है कि कल प्रधान मुख्य वन संरक्षक क्या कहते है?
अनिश्चित कालीन हड़ताल का पांचवा दिन, झंडा उत्तोलन कर भूख हड़ताल में बैठे कर्मचारी

Add Comment