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ओडिशा ट्रेन हादसे पर एक्‍शन में PM, दिल्‍ली में मीटिंग; बालासोर जाएंगे मोदी


इस हादसे के कई घंटे बीत जाने के बाद भी अब तक कई लोगों को यह साफ नहीं है कि आखिर तीन ट्रेनें आपस में टकराईं कैसे? हादसे में घायल कई लोगों ने दुर्घटना को लेकर अलग-अलग वर्जन भी दिए हैं। ऐसे में यह जानना जरूरी है कि इस ट्रेन दुर्घटना का पूरा घटनाक्रम क्या रहा?
यह बहुत ही दुखद दुर्घटना है। जिन्हें हम बचा नहीं पाए उन्हें मैं श्रद्धाजंलि अर्पित करती हूं। मैं अधिकारियों से अनुरोध करूंगी कि वे सभी को बचाएं और सरकार दुर्घटना के कारणों की जांच के लिए एक कमेटी का गठन करें।
केंद्रीय मंत्री ओडिशा रवाना – रेल हादसे के बाद केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान शुक्रवार रात को बालासोर रवाना हो गए। प्रधान ने ट्वीट किया, ‘रेल हादसे के मृतकों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। बालासोर के लिए रवाना हो रहा हूं।’ ओडिशा से संबंध रखने वाले धर्मेंद्र प्रधान मध्य प्रदेश से भाजपा के राज्यसभा सदस्य हैं।

ओडिशा के बालासोर में तीन ट्रेनों की भयानक टक्‍कर (Balasore Train Accident) हुई है। हादसे में अब तक 238 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है। 900 से ज्यादा घायल हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज दुर्घटनास्‍थल का दौरा करेंगे। वह दिल्‍ली में हालात की समीक्षा कर रहे हैं। इसके बाद ओडिशा रवाना होंगे। पीएम मोदी कटक के अस्पताल भी जाएंगे। इस बीच, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शनिवार सुबह घटनास्थल का दौरा किया। रेलवे के अनुसार, बहानागा रेलवे स्टेशन के पास शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस (Coromandel Express) ट्रेन शुक्रवार शाम करीब सवा सात बजे भयावह हादसे का शिकार हो गई। एक रेलवे अधिकारी के अनुसार, 12864 बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस (Bangalore Howrah Superfast Express) हावड़ा जाते वक्त बेपटरी हुई और उसके कुछ डिब्बे दूसरी पटरी पर जा गिरे। पटरी से उतरे ये डिब्बे 12841 शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस से टकरा गए और इसके डिब्बे भी पलट गए। अधिकारी ने कहा कि कोरोमंडल एक्सप्रेस के डिब्बे पटरी से उतरने के बाद एक मालगाड़ी से टकरा गए, जिससे मालगाड़ी भी दुर्घटना की चपेट में आ गई। ओडिशा ट्रेन हादसे में सभी अपडेट्स के लिए हमसे जुड़े रहें…
ओडिशा ट्रेन हादसा: रेक्‍स्‍यू ऑपरेशन पूरा
रेलवे प्रवक्‍ता अमिताभ शर्मा ने बताया कि बालासोर ट्रेन हादसे में रेस्‍क्‍यू ऑपरेशन पूरा हो गया है। अब रीस्‍टोरेशन का काम शुरू कर दिया गया है। रेलवे अधिकारी ने बताया कि इस रूट पर ‘कवच’ सिस्‍टम उपलब्‍ध नहीं था।

ओडिशा के बालासोर से करीब 40 किलोमीटर दूर ट्रेन के डिब्बे पटरी से उतर गए। हादसा इतना भीषण था कि कई डिब्बे दूर जाकर गिरे हैं। तलाशी और बचाव अभियान के लिए टीमें मौके पर पहुंची हैं। विशेष राहत आयुक्त कार्यालय ने कहा है कि कलेक्टर, बालासोर को भी सभी आवश्यक व्यवस्था करने के लिए मौके पर पहुंचने और राज्य स्तर से किसी भी अतिरिक्त मदद की आवश्यकता होने पर एसआरसी को सूचित करने का निर्देश दिया गया है।

ट्रेन पश्चिम बंगाल के शालीमार स्टेशन से निकलती है और चेन्नई के पुरची थलाइवर डॉ एमजी रामचंद्रन सेंट्रल रेलवे स्टेशन तक जाती है। ट्रेन ने दोपहर 3.30 बजे अपनी यात्रा शुरू की और बालासोर स्टेशन पर शाम 6.30 बजे पहुंची। इसे कल शाम 4.50 बजे चेन्नई पहुंचना था। सरकार ने कई हेल्पलाइन नंबर प्रदान किए हैं – 033-26382217, 8972073925, 67822 62286, 9332392339।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ट्वीट कर लिखा, “यह जानकर हैरानी हुई कि पश्चिम बंगाल से यात्रियों को ले जा रही शालीमार-कोरोमंडल एक्सप्रेस आज शाम बालासोर के पास एक मालगाड़ी से टकरा गई और बाहर जाने वाले हमारे कुछ लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। हम अपने लोगों की भलाई के लिए ओडिशा सरकार और दक्षिण पूर्व रेलवे के साथ समन्वय कर रहे हैं। हमारे आपातकालीन कंट्रोल रूम को तुरंत 033- 22143526/22535185 नंबर के साथ सक्रिय कर दिया गया है। बचाव, पुनर्प्राप्ति, सहायता और सहायता के लिए सभी प्रयास शुरू किए गए हैं। हम ओडिशा सरकार और रेलवे अधिकारियों के साथ सहयोग करने और बचाव कार्यों में सहायता के लिए 5-6 सदस्यों की एक टीम मौके पर भेज रहे हैं। मैं मुख्य सचिव और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ व्यक्तिगत रूप से लगातार स्थिति की निगरानी कर रही हूं।”

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