वैश्विक महामारी कोरोना वायरस की वजह से पूरी दुनिया में कोहराम मचा हुआ है। इस जानलेवा वायरस की वजह से दुनियाभर में अब तक 15.68 करोड़ से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं(जिनमें से 1.85करोड़ लोग अभी भी संक्रमित हैं), वहीं इससे अब तक 41.45 लाख से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। इनमें से प्रथम स्थान पर अमेरिका रहा है जहां पर 3.4करोड़ लोग संक्रमित हुए (जिनमें से अभी भी 67 लाख लोग संक्रमित हैं) तथा लगभग 6 लाख लोगों की मृत्यु हो चुकी है।) संक्रमण और मौतों के लिहाज से दूसरे स्थान पर भारत तथा तीसरे स्थान पर ब्राजील है। संक्रमण की वर्तमान दूसरी लहर के अंतर्गत सर्वाधिक प्रभावित राष्ट्र अपना देश भारत है जहां पर अब तक कुल मिलाकर 2.15 करोड़ लोग संक्रमित हुए (जिनमें से अभी भी 36. 5 लाख लोग संक्रमित हैं) तथा कुल मिलाकर 2.35 लाख लोगों की मृत्यु हो चुकी है। दूसरी लहर के दौरान अपने देश में प्रतिदिन लगभग 4 लाख लोग संक्रमित हो रहे हैं।ऐसी भयावह स्थिति में इस महामारी से निपटने हेतु केंद्र सरकार एवं राज्य सरकारों ने विस्तृत दिशा निर्देश जारी किए हैं। इन निर्देशों में प्रमुख हैं मास्क लगाना, सामाजिक दूरी (2 गज की) बनाए रखना, समय-समय पर साबुन से हाथ धोते रहना, हाथों तथा संपर्क में आई वस्तुओं इत्यादि को सैनिटाइज करते रहना,भाप तथा काढ़े का नियमित रूप से सेवन करते रहना, गरम पानी पीते रहना तथा सर्वोपरि यह कि यदि अत्यावश्यक न हो तो घर से बाहर न निकलना। इनके अतिरिक्त यह भी आवश्यक है कि बाहर से घर में प्रवेश करते ही जूते बाहर निकाल देना तथा बाहर ही हाथ पैर धो कर घर में प्रवेश करना एवं प्रवेश करते ही अपने कपड़ों इत्यादि को गर्म पानी में डाल देना एवं तुरंत स्नान कर लेना। अस्तु समस्त देशवासियों-माताओं, बहनो, बंधुओं बड़े बुजुर्गों एवं बच्चों से करबद्ध प्रार्थना है कि इन नियमों का कड़ाई से पालन करें तथा नित्य प्रति इस बीमारी में बाबा रामदेव द्वारा सुझाए गए प्राणायामों को जरूर अमल में लायें। तथा कोविड-19 लक्षणों के प्रकट होते ही निकटवर्ती सरकारी चिकित्सालय/चिकित्सा केंद्रों के कुशल डॉक्टरों से संपर्क करके इन सावधानियों को बरतते हुए अपनी चिकित्सा तुरंत प्रारंभ कर दें। इसी क्रम में सभी महानुभावों से मेरी करबद्ध प्रार्थना है कि जहां तक हो सके गरीबों एवं जरूरतमंदों की यथा संभव भोजन, कपड़ा, दवाओं तथा चिकित्सा द्वारा हर सहायता पहुंचाने जैसे पुनीत कार्य कर पुण्य के भागी बनें।इस संबंध में मैं एक संक्षिप्त कहानी का उद्धरण प्रस्तुत करना चाहूंगा। एक बार एक पक्षी समुंदर में से चोंच से पानी बाहर निकाल रहा था।
दूसरे ने पूछा भाई ये क्या कर रहा है? उसने बोला इस समुंदर ने मेरे बच्चे डुबो दिए अब मैं इसे सूखा दूँगा, दूसरा पक्षी बोला भाई तुझसे क्या समुंदर सूखेगा, तू तो बहुत छोटा है तेरा पूरा जीवन लग जाएगा, पहला बोला देना है तो साथ दे, सिर्फ सलाह नहीं चाहिए, ऐसे में अन्य पक्षी भी आते गए सभी एक दूसरे को कहते रहे ‘सलाह नहीं साथ चाहिए’
इस तरह हजारों पक्षी काम पर लग गए, ये देख भगवान विष्णु जी का वाहन गरुड़ भी वहाँ जाने लगा, भगवान बोले तू वहाँ जाएगा तो मेरा काम रुक जाएगा और तुम पक्षियों से वो समुंदर सुखना भी नहीं है, गरुड़ बोले प्रभु ‘सलाह नहीं साथ चाहिये’ फिर क्या था जैसे ही विष्णु जी आये समुंदर सुखाने, समुंदर डर गया और उसने उस पक्षी के बच्चे लौटा दिए।
इसलिए हमेशा याद रखें किसी भी महामारी के समय इंसानों को आपकी ‘सलाह नहीं केवल आपका साथ चाहिये’ होता है।आइये इस महामारी का करें डट कर सामना तभी भागेगा कोरोना मेरी ईश्वर से प्रार्थना है कि समस्त विश्व को इस महामारी से मुक्त करें एवं सब को स्वस्थ एवं सुखी रखें।
सर्वे भवन्तु सुखिन: सर्वे सन्तु निरामया:सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मां कश्चित् दुख भाग्भवेत्।
ईश्वर जगत कल्याण करें।
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