Chhattisgarh

कलेक्टर की पत्नियों को नौकरी देकर छतीसगढ़ सरकार कर रही है प्रदेश में बेरोजगारी दूर- अधि.दीपिका

सुकमा. छत्तीसगढ़ में क्लास वन अधिकारी किस प्रकार अपनी मनमानी पर उतर आए हैं इसका शासन का एक आदेश जीता जागता उदाहरण है छत्तीसगढ़ में वर्ल्ड बैंक की एक योजना में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सचिव एस भारतीदासन ने अपने मातहत, अपनी पत्नी को 1 लाख की नौकरी दी, साथ ही वर्तमान सुकमा कलेक्टर आईएएस विनीत नंदनवार की पत्नी को 50 हज़ार और आईएएस हिमशिखर गुप्ता की पत्नी को 80 हज़ार की नौकरी दी। जहां प्रदेश के बेरोजगार युवा आत्महत्या कर रहे हैं। कांग्रेस के घोषणापत्र में बेरोजगारी भत्ता 2500 रु देने की बात कही गई थी। जिसे पूरा करने में मुख्यमंत्री को पसीना छूट रहा है। वही ब्यूरोक्रेट्स को फायदा पहुंचाने में पूरा अमला लगा हुआ है। कलेक्टर्स की पत्नियों को नौकरी देकर कुछ इस तरह राज्य में बेरोज़गारी दूर की जा रही है। उक्त आरोप लगाया है भाजयूमो प्रदेश उपाध्यक्ष अधि.दीपिकाशोरी ने लगाया है।
उन्होंने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ समावेशी ग्रामीण और त्वरित कृषि विकास परियोजना (चिराग) (कृषि विकास, किसान कल्याण और जैव प्रौद्योगिकी विभाग, छत्तीसगढ़ सरकार) पत्र संदर्भ: एसपीसी/ओएल/चिराग/28 दिनांक: 25/10/2021 सुश्री मेनका एम भारतीदासन को प्रस्ताव कृषि विकास, किसान कल्याण और जैव प्रौद्योगिकी विभाग, सरकार के तहत परियोजना चिराग। छत्तीसगढ़ सरकार राज्य परियोजना प्रबंधन इकाई (एसपीएमयू), रायपुर, छत्तीसगढ़ में अनुबंध पर राज्य परियोजना प्रबंधक-खाद्य एवं पोषण सहायक कृषि के पद के लिए 30 नवम्बर 2021 को 1 लाख रु प्रति माह मानदेय पर 2 वर्षों के लिए चयन किया गया है। तथा
छत्तीसगढ़ समावेशी ग्रामीण और त्वरित कृषि विकास परियोजना (चिराग) (कृषि विकास, किसान कल्याण और जैव प्रौद्योगिकी विभाग, छत्तीसगढ़ सरकार) पत्र संदर्भ: एसपीसी/राजभाषा/चिराग/11 दिनांक: 25/10/2021 सुश्री नेहा गुप्ता को प्रस्ताव पत्र कृषि विकास विभाग, किसान कल्याण और जैव प्रौद्योगिकी विभाग, सरकार के तहत परियोजना चिराग। छत्तीसगढ़ सरकार राज्य परियोजना प्रबंधन इकाई (एसपीएमयू), रायपुर, छत्तीसगढ़ में सहायक परियोजना प्रबंधक-वित्त पद पर 80 हजार रु प्रति माह के मानदेय पर 30 नवम्बर 2021 को दो वर्षों हेतु अनुबंध किया गया है।

किसानों का हो रहा शोषण कलेक्टर पत्नि को नौकरी दिलाने में व्यस्त

दीपिका ने सुकमा कलेक्टर विनीत नंदनवार पर आरोप लगाते हुए कहा कि लगभग 2 वर्षों से कलेक्टर सुकमा को जन समस्या से जुड़े कई पत्र लिखे परन्तु आज तक एक भी पत्र का जवाब नहीं आया। पिछली धान खरीदी से हमने धान खरीदी केंद्रों में सही तौल से धान खरीदी हेतु डिजिटल कांटे की मांग हेतु आवाज उठाई परन्तु कलेक्टर साहब को सुनाई नहीं दिया वर्तमान धान खरीदी केंद्र छिंदगढ़ में किसानों से प्रति बोरा 4 किलो अधिक धान लेने की खबरें प्रकाशित हुई वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हुआ परन्तु कलेक्टर साहब ने किसी भी प्रकार की कार्यवाही करने की आवश्यकता ही नहीं समझी क्योंकि कलेक्टर साहब अपनी पत्नि को रोजगार दिलाकर छत्तीसगढ़ की बेरोजगारी दूर कर रहे थे जो शासन के इस आदेश से पता चलता है। छत्तीसगढ़ समावेशी ग्रामीण और त्वरित कृषि विकास परियोजना (चिराग) (कृषि विकास, किसान कल्याण और जैव प्रौद्योगिकी विभाग, छत्तीसगढ़ सरकार) पत्र संदर्भ: एसपीसी/ओएल/चिराग/25 दिनांक: 25/10/2021 सुश्री कोमल नंदनवर को प्रस्ताव कृषि विकास, किसान कल्याण और जैव प्रौद्योगिकी विभाग, सरकार के तहत परियोजना चिराग। छत्तीसगढ़ सरकार चयन राज्य परियोजना प्रबंधन इकाई (एसपीएमयू), रायपुर, छत्तीसगढ़ में अनुबंध पर परियोजना कार्यकारी -ईएसएफ-पर्यावरण के पद के लिए 50 हजार रु प्रतिमाह के मानदेय पर 30 नवम्बर 2021 को दो वर्षों के लिए अनुबंध किया गया है।

आईएसएस की पत्नियों को नौकरी बेरोजगारों को मात्र विज्ञापन दे रही सरकार

सुश्री सोरी ने कहा कि छत्तीसगढ़ शासन ने 18 जनवरी 2019 को उच्च शिक्षा विभाग के द्वारा विभिन्न संकाय के 858 पदों पर भर्ती हेतु विज्ञापन निकाला गया परन्तु आज तक भर्ती नहीं हो पाई। सरकार और एक ओर बैकडोर से पद का सृजन कर आईएएस की पत्नियों की नियुक्ति कर छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार बेरोजगारों से छलावा कर उनका मजाक बना रही है और 5 लाख लोगों को रोजगार देने की बात कहते शर्म नहीं आती सरकार के लोगों को।

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